
डेस्क
जिन दवाओं का इजाद बीमारियों को ठीक करने के लिए हुआ है, नशे के कारोबारियों ने उन्हें भी नशे का जरिया बना दिया। कोडीन युक्त सिरप का इस्तेमाल वैसे तो सर्दी और खांसी के इलाज में किया जाता है लेकिन इसमें कोडीन की मात्रा होने की वजह से नशेड़ी इसका इस्तेमाल नशे के लिए करते हैं और कई मेडिकल दुकान के साथ नशे के सौदागरों के लिए यह दवा मुनाफा कमाने का जरिया बनकर रह गया है। सरकंडा पुलिस को भी लगातार सूचना मिल रही थी कि चिंगराजपारा में रहने वाला प्रकाश वैष्णव अपने पास भारी स्टॉक में नशीली दवाइयां रखकर इलाके में नशेड़ीयों को उपलब्ध करा रहा है। सूचना पुख्ता होने के बाद पुलिस ने टीम बनाकर घेराबंदी करते हुए चिंगराजपारा से नशे के सौदागर प्रकाश वैष्णव को धर दबोचा। उसके पास से कोडीन युक्त सिरप की 100- 100 एम एल वाली 110 शीशियां बरामद हुई, जिसकी बाजार में कीमत करीब 14000 रुपए है। पुलिस ने प्रकाश वैष्णव के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई करते हुए उसे सलाखों के पीछे भेज दिया है।