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बुधवार को रतनपुर के करैहा पारा स्थित हाई स्कूल मैं क्लास रूम के छत का प्लास्टर उखड़ कर छात्राओं के ऊपर गिर पड़ा था। जिसमें दो छात्राओं को गंभीर चोटे आई थी। वहीं अन्य दो छात्रा बुरी तरह जख्मी हुई थी , साथ ही अन्य सात छात्राओं को मामूली चोट आई थी। इस घटना के तूल पकड़ने के बाद गुरुवार को बिलासपुर जिला शिक्षा अधिकारी आर एन हिराधार करैहा पारा हाई स्कूल भवन का निरीक्षण करने । दोपहर 3:00 बजे पहुंचे।
रतनपुर पहुंचने पर जिला शिक्षा अधिकारी ने प्राथमिक शाला करैहा पारा शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भीम चौक का निरीक्षण किया। इसके बाद वे हाई स्कूल के प्राचार्य को आवश्यक दिशा निर्देश देकर बिलासपुर लौट गए। बुधवार के हादसे के वक्त 75 छात्राएं नववी क्लास की उस कक्षा में बैठी थी। रिसेस के बाद तीसरे पीरियड के दौरान छत का प्लास्टर छात्राओं पर गिर गया था। इस हादसे में भारती साहू और नेहा धीवर को चोटे आई थी। वही कहकशा मिर्जा और आशा कश्यप भी हादसे में जख्मी हो गई थी ।
इसी मामले में गुरुवार को जिला शिक्षा अधिकारी स्कूल पहुंचे और हालात का जायजा लिया। इस जर्जर भवन में स्कूल संचालन ख़तरे से खाली नहीं है, लिहाजा उन्होंने मरम्मत होने तक कक्षाओं की शिफ्टिंग भीम चौक स्थित शासकीय स्कूल भवन में करने निर्देश दिए हैं। शासकीय बालक प्राथमिक शाला करैया पारा में अब शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला की कक्षाएं लगेंगी जिसकी तैयारियों को लेकर डीईओ ने प्राचार्य से कहा कि शुक्रवार को वे अभिभावकों के साथ बैठक कर उन्हें नए स्कूल भवन की स्थिति दिखाएं और उनकी सहमति हासिल करने के बाद नए भवन में कक्षाएं आरंभ करें, ताकि पढ़ाई में किसी तरह की बाधा ना आए। जर्जर भवन में स्कूल संचालन के बाद अब प्रशासन की नींद खुल गई है। नए भवन के निर्माण के लिए जनप्रतिनिधि स्थान की तलाश कर रहे हैं। विडंबना यह है कि हमारे योजना कारों की नींद हमेशा दुर्घटना के बाद ही खुलती है।
इस हादसे के बाद शिक्षा विभाग ने हाई स्कूल में चार अतिरिक्त कमरे बनाने की स्वीकृति प्रदान कर दी है, ताकि पढ़ाई लिखाई में बच्चों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो और इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति भी ना हो । आपको बता दें कि करैहापारा स्कूल में हुई दुर्घटना में घायल छात्राओं का इलाज निशुल्क किया जा रहा है। वही स्कूल के शिक्षक भी लगातार उनके स्वास्थ्य संबंधी अपडेट ले रहे हैं। इस मामले में जनप्रतिनिधियों ने अधिकारियो को सूचना दी कि स्कूल भवन के ऊपर पिछले 14 वर्षों से क्यारी बनाई हुई है। जिसके चलते छत में सीपेज की स्थिति है और उसी कारण यह हादसा हुआ। इसलिए तत्काल क्यारी को हटाने की मांग की गई। इस दुर्घटना के बाद जिला शिक्षा विभाग ने रतनपुर में संचालित सभी शासकीय स्कूलों के भवनों का रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया है। गुरुवार को जब जिला शिक्षा अधिकारी आरएन हीराधार रतनपुर पहुंचे तो उन्हें बताया गया कि संबंधित स्कूल में मौजूद एक इमली के पेड़ पर रहने वाले बंदरों के आतंक से भी छात्र-छात्राएं परेशान रहते है। इस पर जिला शिक्षा अधिकारी ने नायब तहसीलदार रतनपुर से अनुमति लेकर संबंधित पेड़ को काटने का निर्देश दिया। इसी तरह उन्होंने स्कूल में मौजूद पानी टंकी को भी दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने का निर्देश दिया है।