
डेस्क
बरसात के मौसम में जर्जर मकान का डिस्मेंटल करना दुर्घटना की वजह बन गया। हमेशा की तरह बिना किसी सुरक्षा संसाधन के इमली पारा क्षेत्र में 2 मजदूर एक पुराने मकान के दूसरे माले पर तोड़फोड़ कर रहे थे इमलीपारा क्षेत्र में पुराने बाड़े में इस्माइल खान के जर्जर मकान के जीर्णोद्धार के लिए तालापारा निवासी ठेकेदार शहादत खान की निगरानी में पथरिया निवासी मजदूर राम कृष्णा और इंद्रपुरी तिफरा में रहने वाला सुखलाल मकान के एक हिस्से को ढहाने का काम कर रहे थे, लेकिन जर्जर मकान होने और बारिश की नमी के चलते अचानक एक हिस्सा ढह गया जिसके साथ ऊंचाई से दोनों मजदूर नीचे गिर पड़े । इस हादसे में दोनों मजदूरों को खासी चोटे आई। वही उसी वक्त मकान के नीचे बैठा एक कुत्ता भी दुर्घटना की चपेट में आ गया ।
जिसके ऊपर मलबा गिरने से उसकी वहीं मौत हो गई। दुर्घटना के बाद मामले को रफा-दफा करने तुरंत मजदूरों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, लेकिन ऐसे हादसे यह बताने को काफी है कि किस तरह शहर में नियम कायदों को ताक पर रखकर श्रमिकों से काम कराया जा रहा है ।अप्रशिक्षित और अकुशल श्रमिक बिना किसी सुरक्षा संसाधन के अपनी जान जोखिम में डालकर इस तरह काम करते हैं। इसी वजह से आए दिन हादसे में उनकी जान भी जाती है। शनिवार को दोनों श्रमिकों की किस्मत अच्छी थी कि उनकी जान नहीं गई, नहीं तो दो मार्ले ऊपर से गिरने पर उनके साथ कुछ भी हो सकता था। इतनी ऊंचाई से गिरने पर भी मजदूरों के जीवित बच जाने पर लोग हैरानी जता रहे हैं, वहीं ठेकेदार के प्रति लोगों में रोष है।