डेस्क
शनिवार रविवार की दरमियानी रात रतनपुर मुख्य मार्ग पर भारतीय स्टेट बैंक के एटीएम में चार नकाबपोशो ने लूट की वारदात को अंजाम देने का प्रयास किया था, लेकिन एटीएम के करीब रहने वाले की सतर्कता और पुलिस जवानों की बहादुरी की वजह से लूट को अंजाम देने से पहले ही लुटेरे पकड़े गए ।आगरा के रहने वाले चार लुटेरे रात करीब 1:30 बजे एटीएम में घुसकर तोड़फोड़ कर रहे थे। जिसकी सूचना 2:15 बजे के करीब रतनपुर के 112 डायल सेवा को लगी। जिसके बाद नीलकमल राजपूत और देवेंद्र सिंह एटीएम पहुंच गए। लुटेरों ने नीलकमल राजपूत की आंख में मिर्च पाउडर झोंक दिया और भागने लगे । इनमें से एक महामाया मंदिर मार्ग की ओर भाग रहा था, जिसे 112 के ड्राइवर देवेंद्र सिंह राजपूत ने अपनी जान जोखिम में डाल कर पकड़ लिया।
वहीं अगले दिन रतनपुर के कुछ पत्रकारों की मदद से मामले में फरार दूसरा आरोपी शिव सिंह भी पकड़ लिया गया। लूट की वारदात को अपनी बहादुरी से अंजाम तक पहुंचने से पहले ही रोकने वाले और अपराधियों तक पहुंचने का सुराग देने वाले पुलिसकर्मियों और पत्रकारों का सम्मान स्वयं एसपी प्रशांत अग्रवाल ने बुधवार को किया। एसपी कार्यालय में रतनपुर थाना थाना प्रभारी श्याम सिदार, प्रधान आरक्षक अनिल कुमार साहू, आरक्षक नीलकमल राजपूत और रामलाल सोनी के साथ 112 डायल सेवा के चालक देवेंद्र राजपूत को प्रशस्ति पत्र देकर एसपी ने सम्मानित किया । इसी दौरान रतनपुर के दो पत्रकार अजय कुमार गुप्ता और मोहम्मद यूनुस भी सम्मानित किए गए।
लुटेरों ने एटीएम से रुपए निकाल लिए थे और अपनी जेबों में ठूस रहे थे कि ऐन मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मियों ने उनके मंसूबे पर पानी फेर दिया। हथियारबंद लुटेरों के साथ जिस तरह दिलेरी से पुलिसकर्मी भिड़ गए, उससे उनकी जांबाजी की हर तरफ प्रशंसा हो रही है । वैसे अभी भी मामले में दो आरोपी फरार है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि रतनपुर पुलिस जल्द ही उन्हें भी पकड़ लेगी। जाहिर है बिलासपुर एसपी ने पुलिसकर्मियों को सम्मानित करने का जो कदम उठाया है उससे पुलिस के हौसले बुलंद होंगे और भविष्य में वे बेहतर काम करने को प्रेरित होंगे।