
डेस्क
6 जुलाई से लेकर 11 अगस्त तक दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी भारतीय जनता पार्टी सदस्यता अभियान चला रही है । हर 3 साल में पार्टी नए सदस्यों को संगठन के साथ जोड़ती है। इस बार इस प्रक्रिया को हाईटेक करते हुए जारी किए गए मोबाइल नंबर के माध्यम से नए सदस्य बनाए जा रहे हैं, लेकिन प्रदेश में पार्टी की विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद पार्टी के साथ जुड़ने को लेकर लोगों में वह रुचि नजर नहीं आ रही जिसकी अपेक्षा की गई थी।
स्वयं पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह भी इस अभियान से पहले बिलासपुर आ चुके हैं, लेकिन फिर भी लक्ष्य अभी भी दूर नजर आ रहा है। इसलिए बीच बीच में पार्टी के बड़े चेहरों को अभियान में सहयोग करना पड़ रहा है। इसी कड़ी में शुक्रवार को भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष प्रबल प्रताप सिंह जूदेव बिलासपुर पहुंचे । दरअसल भारतीय जनता पार्टी के सदस्यता अभियान में सभी संगठनों के लिए लक्ष्य तय किया गया है। जिला भाजपा जनता युवा मोर्चा को 30 हजार नए सदस्य बनाने का लक्ष्य दिया गया है ।वहीं प्रदेश स्तर पर भाजयुमो के लिए यह लक्ष्य करीब 4 से पांच लाख नए सदस्यों का है, लेकिन लक्ष्य अभी कोसों दूर है।
इसलिए शुक्रवार को बिलासपुर पहुंचे भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष प्रबल प्रताप सिंह जूदेव भी अलग-अलग वार्डो में पहुंचे और लोगों को भारतीय जनता पार्टी से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। डोर टू डोर जाकर उन्होंने मोबाइल नंबर 89 80 80 8080 के माध्यम से सदस्यता दिलाई। इस मौके पर उनके साथ भारतीय जनता युवा मोर्चा के मंडल अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारी भी मौजूद थे, जिन्होंने अलग-अलग वार्डो में उन का भ्रमण कार्यक्रम तय किया। प्रबल प्रताप का मानना है कि इस बार सदस्यता की प्रक्रिया कुछ जटिल होने से नए सदस्य जुड़ने में दिक्कत महसूस कर रहे हैं ,इसीलिए भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता घर घर जाकर उनकी मदद कर रहे हैं। वहीं उन्होंने उम्मीद जताई कि तय समय सीमा में पार्टी लक्ष्य हासिल कर लेगी और नए सदस्य संख्या में 20 से 30% का इजाफा होगा। पूरे देश भर में चलाए जा रहे सदस्यता अभियान को धार देने बिलासपुर पहुंचे भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष प्रबल प्रताप जूदेव का इससे पहले बिलासपुर पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने मंदिर चौक में भव्य स्वागत किया।
इस बार जहां नए सदस्यों को मिस कॉल के माध्यम से सदस्यता दिलाई जा रही है वहीं पुराने सदस्यों के लिए भी इस प्रक्रिया से गुजरना अनिवार्य है। केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की मजबूत सरकार है लेकिन प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होने की वजह से फिलहाल भारतीय जनता पार्टी से जुड़ने को लेकर लोगों में वह उत्साह नजर नहीं आ रहा जिसकी पार्टी अपेक्षा कर रही थी। असल में 15 साल शासनकाल के दौरान बड़ी संख्या में कार्यकर्ता पार्टी से जुड़े थे, हालांकि उनमें से अधिकांश डमी सदस्य थे, जिनकी सक्रियता खास नहीं थी, लेकिन इस बार मापदंड कठिन होने से लगता है सदस्य संख्या में इजाफा होने की बजाय कमी आ सकती है , जिसका असर आने वाले निगम और पंचायत चुनाव में पड़ सकता है। पार्टी का लक्ष्य इस बार युवाओं के अलावा महिलाओं ,मजदूर वर्ग, अनुसूचित जाति, जनजाति और अल्पसंख्यक वर्ग को बड़ी संख्या में पार्टी से जोड़ने का है।इसलिए समय-समय पर बड़े चेहरे आकर अभियान की गति को बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं । 11 अगस्त तक लक्ष्य का कितना हासिल होता है इस पर सबकी निगाहें टिकी हुई है।