
डेस्क
एक दौर था जब भारत के किसान पारंपरिक विधि से खेती किया करते थे ।उस दौर में यह कहा गया कि पुरानी पद्धतियों की वजह से भारत की खेती पिछड़ रही है और भारतीय किसानों को उन्नत खेती के लिए प्रोत्साहित किया गया। खाद , कीटनाशक और तमाम तरह के उपकरणों के साथ हाइब्रिड खेती को प्रोत्साहित किया गया।
नतीजतन भारत के कृषि उत्पाद जहर बनते चले गए। एक बार फिर वक्त का पहिया उल्टा घूमता दिख रहा है और देश भर में जैविक खेती को अपनाने की वकालत की जा रही है।इसी कड़ी में भारतीय किसान संघ के तत्वावधान में रविवार को ग्राम बिरकोना में ग्रामीणों को 150 फलदार वृक्ष देकर ग्राम बिरकोना में जैविक खेती करने एवं हाइब्रिड के बीजों से बचने की सलाह दी गयी ।
इस अवसर पर भारतीय किसान संघ के प्रदेश कोषाध्यक्ष गजानंद दिघ्रस्कर , किसान संघ के जिला अध्यक्छ धीरेन्द्र दुबे , मंत्री , विजय यादव , जिला पंचायत सदस्य राजेश सूर्यवंशी , ग्राम के सरपंच प्रतिनिधि , मनीराम सूर्यवंशी ,कृष्णकुमार गुप्ता , रामनारायण साहू , दयाराम यादव , अम्बिका प्रसाद राजकुमार सूर्यवंशी दरसराम मरकाम , पुरषोत्तम यादव रामप्रसाद धीवर अर्जुन बरेठ सहित सैकड़ों ग्रमीण उपस्थित थे ।