
डेस्क
पिछले काफी दिनों से सोशल मीडिया पर यही चर्चा का विषय था कि आखिर नरेंद्र मोदी और अमित भाई शाह जम्मू कश्मीर पर क्या फैसला लेने जा रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से अचानक जम्मू कश्मीर में सैनिक गतिविधियां तेज हो गई थी और कई टुकड़ियों को जम्मू कश्मीर में तैनात किया गया था । कोई कयास लगा रहा था कि सेना पीओके पर हमला करेगी तो कोई धारा 370 और 35a हटाने की बात कह रहा था। अचानक सोमवार सुबह जब राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह बोले तो फिर शंकाओं के सभी बादल छट गए और पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग कहां जरूर जाता था लेकिन सच्चाई यही थी कि कश्मीर उतना ही भारत का हिस्सा था जितना नेपाल या पाकिस्तान का कोई शहर । आम भारतीयों को वहां जलील होना पड़ता था । भारतीयों को इतना भी अधिकार नहीं था जितना पाकिस्तान के नागरिकों को मिलता था । पंडित जवाहरलाल नेहरू के इस ऐतिहासिक भूल की सजा पूरा देश भोग रहा था। ट्रंप द्वारा मध्यस्थता करने के झूठे बयान के बाद तो जम्मू कश्मीर को लेकर गतिविधियां तेज हो गई थी। इसलिए जब जनता की उम्मीद के अनुरूप फैसला आया तो फिर पूरे देश में जश्न मनाई जाने लगी। लोग एक साथ दिवाली और होली मनाने लगे। चेहरों पर गुलाल मले गए और आतिशबाजी की गई । सबने मिठाइयां बांटी ।
बिलासपुर में भी धारा 370 हटाने का जश्न दिखा। अफसोस है कि यह भाजपा से जुड़े लोगों ने ही उत्साह दिखाया। अगर अन्य राजनीतिक दलों के लोग भी इसमें सहभागिता निभाते तो फिर बात और दिलचस्प होती। इसी कड़ी में शाम को सीएमडी चौक स्थित अमर जवान स्मारक पर लोगों ने खुशियां मनाई। भारतीय जनता पार्टी दक्षिण मंडल द्वारा शहीद चौक में कश्मीर में केंद्र सरकार द्वारा लिए गये ऐतिहासिक निर्णय पर जश्न मनाया गया,इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी कर एक दूसरे का मुंह मीठा करवाया गया, इस अवसर पर प्रमुख रूप से मंडल अध्यक्ष धीरेंद्र केशरवानी, विभा राव, संजय मुरारका,रिंकू मित्र,पार्षद गणेश रजक,मंजीत गोस्वामी, कैलास गुप्ता,योगेश चौहान, सत्यजीत भौमिक, ललित राठी,सारिका सोनी,हरेंद्र तिवारी,तनुज वोहरा,मनीष गुप्ता,राजेन्द्र सिंह सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे।