
डेस्क
सोशल मीडिया लगातार ताकतवर बनता जा रहा है । पारंपरिक मीडिया की तुलना में लगातार शक्तिशाली होते सोशल मीडिया पर वीडियो के वायरल होते ही पुलिस को भी जांच की दिशा बदल कर छह लोगों को गिरफ्तार करना पड़ा। आपको बता दें कि 27 जून को सरकंडा क्षेत्र के बंधवापारा में रहने वाले कुछ लोगों ने दो युवकों की जमकर पिटाई कर दी थी। रेलवे क्षेत्र के आरटीएस कॉलोनी और बापू नगर में रहने वाले इन दोनों युवकों पर यह आरोप लगाया गया था कि उन्होंने सरकंडा बंधवापारा क्षेत्र से सूअर की चोरी की है । भीड़ ने बापू उप नगर निवासी शुभम लालपुरे और आर टी एस कॉलोनी के अभिषेक मोगरे के कपड़े उतार कर ,उसके हाथ-पैर बांधकर अधमरा होने तक पिटाई की और बाद में उन्हें पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने भी इस मामले में अभिषेक और शुभम के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया और पुलिस यही कहती रही कि चोरों को पकड़ने के दौरान वे भागने की कोशिश करते रहे और इसी वजह से उन्हें चोट आई, लेकिन अचानक दोनों युवकों को पीटे जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसी के साथ चोर युवक के परिजन भी सक्रिय हो गए और उन्होंने बड़े अधिकारियों से गुहार लगाई । जिसके बाद सरकंडा पुलिस पर लगातार दबाव बनता रहा और दोनों युवकों की पिटाई करने वाले शिवप्रसाद, घनश्याम वंशकार, वीनू वंशकार, शुक्ला वंशकार, सुजीत वंशकार और किशन वंशकार जैसे 6 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया ।
यह सभी एक ही परिवार के सदस्य हैं। हालांकि इस घटना को मॉब लिंचिंग का रूप देने का प्रयास जरूर किया गया लेकिन असल में दोनों चोर की पिटाई एक ही परिवार के सदस्यों ने की थी लिहाजा इसे सीधा-सीधा मॉब लिंचिंग कहना गलत होगा। वहीं लोगों का यह भी आरोप है कि जब गाय के नाम पर मॉब लिंचिंग की जाती है तो पूरे देश में हंगामा मच जाता है। लेकिन वही जब सूअर के नाम पर जब ऐसी ही घटना होती है तो फिर इसकी चर्चा भी मेन स्ट्रीम मीडिया में नहीं होती। खैर, सरकंडा पुलिस ने सोशल मीडिया के दबाव में आकर आखिरकार चोरी करने वाले दोनों युवकों की पिटाई करने वालों को भी गिरफ्तार कर लिया है ।चोरी करने के बाद युवकों की पिटाई 27 जून को हुई थी । इस मामले में एक ही परिवार के सदस्यों ने मिलकर आरटीएस कॉलोनी में रहने वाले अभिषेक मोंगरे और बापू उप नगर में रहने वाले शुभम लालपुरे की बेदम पिटाई की थी और उन्हें जेल भी भेज दिया था ,लेकिन अब शिकायत कर्ता ही खुद फंसते नजर आ रहे हैं और उन्हें भी हवालात की हवा खानी पड़ी है।