
डेस्क

मुंगेली- उपजेल मुंगेली से फरार चारों कैदी खूंखार अपराधों के लिए यहाँ थे, जिनकी सुनवाई अदालत में चल रही थी, चारों कैदियों ने बड़े ही आसानी से जेलब्रेक की घटना को अंजाम दिया है, जो कि कई बड़े सवालों को जन्म दे रहा है। आखिर किसकी सहायता से चारो फरार हुए, किसने उन्हें संसाधन उपलब्ध कराए और मौके की जानकारी दी। साथ ही संगीन अपराधों के लिए जेल में बंद कैदियों को एक ताले के भरोसे कैसे छोड़ दिया गया था। मुंगेली जेलब्रेक घटना की खबर पूरे प्रदेश में फैल चुकी है वहीँ पुलिस को फ़रार चारों कैदियों को पकड़ने लगा दिया गया है, वही प्रारम्भिक कार्रवाई में जेल प्रशासन ने दो आरक्षक चेतन साहू और कमल साहू को निलंबित कर दिया है।

लेकिन सवाल अब भी यह है कि जिस कपड़ो के सहारे कैदी चार दीवारी से कूद कर भागे है वह कैसे उन तक पहुँची। शनिवार की दोपहर जेल उप अधीक्षक एस एस तिग्गा और मूँगेली कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक ने उपजेल पहुँचकर घटना की जानकारी ली है। वही आपको बता दें कि जिस तरह से जेलब्रेक की घटना को चार कैदियों के द्वारा अंजाम दिया गया है।

इससे कहीं ना कहीं प्रशासन की लापरवाही उजागर हो रही है। फरार कैदियों को पकड़ने जेल प्रशासन ने उनकी फोटो जारी कर दी है, जिसके सहारे उनकी तलाश की जा रही है। कैदियों में तरूण केंवट, बेलगहना बिलासपुर, धीरज, रीवा एमपी, सुरेश पटेल ,जरहागांव मुंगेली और ईदल लोरमी जिला मुंगेली है, जो संगीन अपराधों के लिए यहाँ थे।



