
बिलासपुर रमेश राजपूत

बिलासपुर- मस्तूरी विकासखंड में मवेशियों की मौत को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने मस्तूरी के प्रत्येक गौठान की जांच करने के लिये अधिकारियों की ड्यूटी लगाने का निर्देश दिया है। ये अधिकारी पशु चिकित्सा विभाग के दल के साथ जाकर गौठान का भ्रमण कर समीक्षा करेंगे।
कलेक्टर ने टीएल की बैठक में यह निर्देश देते हुए कहा कि जिन गांवों में चारे की व्यवस्था नहीं हैं, वहां आवारा मवेशियों के लिये चारा, चरवाहा व पानी की व्यवस्था बनायी जाये। धान कटाई के चलते आवारा पशुओं को गांव वालों द्वारा बांधकर रखा जा रहा है। चारा व पानी के अभाव में इन पशुओं के मौत की घटनाएं भी हो रही है। इस गंभीर समस्या को देखते हुए जिले में यह व्यवस्था बनाई जा रही है कि गांव में पशुओं को बांधकर नहीं रखा जाये।

गांव वाले पशुओं के लिये आपसी सहमति से चरवाहे की व्यवस्था करेंगे और इस संबंध में पंचनामा भी उनसे बनवाया जायेगा। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि आगामी 15 दिनों तक मस्तूरी क्षेत्र में कोई भी ग्राम पंचायत सचिव और कृषि विभाग के ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी मुख्यालय से अनुपस्थित नहीं रहें और लगातार गौठानों का भ्रमण करें। एसडीएम प्रतिदिन इसकी माॅनिटरिंग करेंगे और कलेक्टर को रिपोर्ट देंगे।