
रेलवे के द्वारा इस तकनीक को लागू करने के बाद ट्रेनों में टॉयलेट में गंदगी रहने की समस्या को पूरी तरह से दूर किया जा सकेगा

बिलासपुर आलोक अग्रवाल
क्लीन रेलवे स्वच्छ रेलवे के कांसेप्ट के तहत इन दिनों रेलवे विभिन्न परियोजनाओं पर कार्य कर रही है। वही ट्रेनों में हमेशा यात्रियों के द्वारा टॉयलेट में गंदगी होने की शिकायत मिलती रहती है।जिसे देखते हुए रेलवे ने ई टॉयलेट की शुरुवात की है। योजना के तहत ट्रेनो में यात्रियों को ऑटोमेटिक फ्लश और फ़्लोर वाश की सुविधा दी गई है। जिसके मद्देनज़र टॉयलेट यात्री के दरवाजे खोलने और बंद करने के हिसाब से कार्य करेगा। ई टॉयलेट में यात्री के द्वारा दरवाजा खोलते ही पैन खुद फ्लश होगा और उपयोग के बाद खुद ही साफ होगा। वही पांच बार के इस्तेमाल के बाद फ्लोर वाश भी वह खुद ही कर लेगा। रेलवे के द्वारा इस तकनीक को लागू करने के बाद ट्रेनों में टॉयलेट में गंदगी रहने की समस्या को पूरी तरह से दूर किया जा सकेगा। वही स्वच्छ रेल का कांसेप्ट भी साकार होगा। पिछले कुछ समय की बात करे तो रेलवे ने कई बदलाव यात्री सुविधा के लिए किए है। जिसका प्रभाव भी जमीनी स्थल पर दिखने लगा है। स्वच्छ ट्रैन की दिशा में एक और कदम निश्चित ही स्वच्छ भारत अभियान को साकार करेगी।
