
भुवनेश्वर बंजारे

बिलासपुर – 19 सितंबर से नियमितिकरण की मांग को लेकर की जा रही संविदा स्वास्थ्य कर्मी की हड़ताल गुरुवार को भी जारी रहा। इस दरम्यान संविदा कर्मचारी संगठन द्वारा सामूहिक इस्तीफा भी सौंपा जा चुका है। प्रशासन द्वारा दी गई समय अवधि पूरी हो चुकी है, किंतु प्रशासन किसी तरह के निर्णय लेने की स्थिति में नजर नहीं आ रहा है, वहीं हड़ताली कर्मचारियों को अब कई संगठनों का भी समर्थन मिलने लगा है। इस बीच बिलासपुर में हड़ताली संविदा कर्मियों को रिचार्ज करने गुरुवार को प्रान्त अध्यक्ष हेमंत सिन्हा पहुँचे थे। जिन्होंने विरोध के सुर को तेज किया। इस दौरान राज्य सरकार के द्वारा किए गए वादाखिलाफी को लेकर जमकर बरसे उन्होंने एकबार फिर यह साफ की कि जबतक संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की नियमितिकरण की मांग पूरी नही हो जाती तब तक वह हड़ताल और धरना प्रदर्शन को खत्म नही करेंगे। इस बीच अध्यक्ष हेमंत सिन्हा ने बताया कि पूर्व में धमतरी के स्वास्थ्य कर्मियों के ज्वाइनिंग करने का आदेश सोशल साइट पर जमकर वायरल हो रहे था। जो कि पूरी तरह से निराधार था। उन्होंने कर्मचारियों से ज्वाइनिंग को अफवाह बताते हुए अंतिम सांस तक अपनी मांगों को लेकर विरोध करने की बात कही है।
स्वास्थ्य और जांच केंद्रो में लगातार बिगड़ रहे हैं हालात
पिछले पांच दिनों से संविदा कर्मियों द्वारा किए जा रहे हड़ताल का परिणाम जो भी हो, लेकिन इसकी वजह से आम लोगों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है। लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लगातार स्वास्थ्य और जांच केंद्र में व्यवस्था बिगड़ रही है तथा कोविड महामारी से जूझ रही चिकित्सा व्यवस्था एक तरह से असहाय नजर आने लगी है। इधर होंम आइसोलेशन के मरीजो को भी उचित व्यवस्था नही हो पा रही है। प्रशासन राज्य शासन के निर्देश का इंतजार कर रहा है और किसी तरह की कार्रवाई भी नहीं कर पा रही है। संविदा कर्मियों द्वारा दिए गए सामूहिक इस्तीफा को भी स्वीकार किया गया है, चेतावनी अवधि पूरा हो जाने के बाद काम पर उपस्थित नहीं होने वाले संविदा कर्मियों के खिलाफ किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई है।