
रमेश राजपूत

कोरबा– किशोरी की गला रेत कर हत्या के मामले में पुलिस ने 24 घंटे के भीतर गुत्थी को सुलझाकर आरोपी को सलाखों के पीछे भेज दिया है। आरोपी ने पहले किशोरी का गला दबाया फिर उसके जिंदा रहने की गुंजाईश को खत्म करने के लिए चाकू से गला रेत डाला।बांकीमोंगरा थाना अंतर्गत एसईसीएल की बलगी परियोजना की आवासीय कालोनी के मकान क्रमांक डीएस-262 में निवासरत व बलगी परियोजना में ब्लास्टिंग कैरियर के तौर पर कार्यरत लक्ष्मण जांगड़े की 15 वर्षीय नातिन कक्षा 10वीं की छात्रा भूमि सोनवानी की हत्या 5 नवंबर की रात कर दी गई थी। भूमि के माता-पिता खेती-किसानी के काम से गृहग्राम गोढ़ी गए हुए थे व नाना लक्ष्मण सेकेंड शिफ्ट की ड्यूटी पर गए थे। घर पर भूमि अकेली रह गई थी। रात करीब 12 बजे ड्यूटी खत्म कर लक्ष्मण जांगड़े घर लौटे तो मुख्य दरवाजे की जमीन पर लहुलूहान हालत में भूमि नजर आई। सूचना पर बांकीमोंगरा पुलिस द्वारा जांच पड़ताल शुरू की गई। पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा, एएसपी कीर्तन राठौर, सीएसपी दर्री खोमन सिन्हा के मार्गदर्शन में पुलिस टीम द्वारा पड़ताल शुरू की गई। विभिन्न पहलुओं पर जांच के साथ मृतका के मोबाइल को भी खंगाला गया जिसमें कुछ सुराग मिले। आसपास पूछताछ में ज्ञात हुआ कि पड़ोसी सुनील रात्रे जो कि मृतका के मामा नरेन्द्र जांगड़े का मित्र है, घर आता-जाता है व पारिवारिक संबंध है।

घटना के बाद से वह नजर नहीं आ रहा था। उस पर संदेह हुआ तो तलाश की गई जो 6 नवंबर की सुबह अपनी भतीजी के इलाज हेतु रायपुर चला गया था। उसे रायपुर से लाकर पूछताछ में सारा राज खुल गया और हत्या करना स्वीकार किया। आरोपी सुनील रात्रे पिता श्यामलाल 32 वर्ष निवासी डीएस-288 बलगी कालोनी को धारा 302 भादवि के तहत जुर्म दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया। बताया गया कि आरोपी सुनील रात्रे का विवाह पूर्व प्रेम संबंध बलगी की एक युवती से था जिसकी भी शादी हो चुकी है। सुनील अक्सर मृतका भूमि सोनवानी के पास जाकर अपनी विवाहित प्रेमिका से मोबाइल पर बात करने और बात कराने का दबाव डालता था। भूमि इसके लिए मना कर देती थी। 5 नवंबर को रात करीब 8.30 बजे भूमि घर पर अकेली थी तब भी सुनील उसके घर पहुंचा और प्रेमिका को फोन लगाने के लिए कहा। बार-बार मना करने से गुस्से में आकर सुनील ने भूमि का गला दबा कर मार डाला। वह जिंदा न बच जाए इसलिए रसोई में रखे चाकू से उसके गला को रेत कर चाकू और खून से लथपथ हाथ को भूमि के घर पर ही नल में धोया। पीछे के रास्ते से वह भाग गया और चाकू को बाहर झाड़ियों में फेंक दिया और खून सने कपड़े को घर में धोकर सुखा दिया था। हत्या की गुत्थी को सुलझाने में निरीक्षक सुमतराम सोनवानी, विजय चेलक, पौरूष पुर्रे, राकेश मिश्रा, सनत सोनवानी के अलावा एसआई राजेश चंद्रवंशी, एएसआई अजय सोनवानी, देवी प्रसाद साहू, प्रधान आरक्षक योगेश रात्रे, जागेन्द्र लहरे, चक्रधर राठौर, जल्वेश कंवर, राम पाण्डेय, आरक्षक संतोष कंवर, राजकुमार पटेल, अनुज सिंह, कुमार टंडन, रविन्द्र भारद्वाज, सतीश मरकाम, साइबर सेल आरक्षक प्रशांत सिंह, विरकेश्वर प्रताप सिंह की अलग-अलग टीम का अहम सहयोग रहा।