
भुवनेश्वर बंजारे

बिलासपुर – शासन प्रशासन के लाख कोशिशों के बाद भी जिले में कोविड मरीजो को बेहतर सुविधा नही मिल पा रही है। हॉस्पिटल प्रबंधन की अनदेखी से संक्रमित मरीजो की आकस्मिक मौत हो रही है। एक ऐसा ही मामला बुधवार को जिला कोविड अस्पताल में देखने को मिला। जहाँ गंभीर हालत में आई संक्रमित महिला को त्वरित इलाज नही मिल पाने के वजह से हॉस्पिटल की दहलीज पर ही मौत हो गई। मामले में परिजनों ने हॉस्पिटल प्रबंधन पर गंभीर आरोप लगाया है।

दरसअल बुधवार सुबह बिल्हा ब्लॉक के ग्राम धौराभाठा में रहने वाली 55 वर्षीय महिला की तबीयत अचानक बिगड़ गई। जिसे परिजनों ने सुबह 8 बजे आनन फानन में बिल्हा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुँचे। जहा उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। मरीज की हालत को देखते हुए वहाँ से उन्हें संभागीय कोविड हॉस्पिटल रैफर कर दिया गया। मरीज के परिजन मरीज को लेकर 9 बजे कोविड हॉस्पिटल पहुंच गए। लेकिन वहाँ सूचना नही मिलने के वजह से उन्हें एडमिट नही किया गया। इधर मरीज के परिजनों ने हॉस्पिटल के प्रभारी सहित मौजूद सभी लोगो से इलाज की गुहार लगाई। लेकिन कोई भी स्टाफ उन्हें एडमिशन के लिए नही पहुचा। देखते ही देखते डेढ़ घंटे बीत गए जब मामले की जानकारी मीडिया के पास आई तब जाकर आनन फानन में हॉस्पिटल के जिम्मेदार अपने एसी कैबिन से बाहर निकले। लेकिन तब तक संक्रमित मरीज की साँसे थम चुकि थी।

जब महिला के मौत के आरोप हॉस्पिटल पर लगने लगे तो उन्होंने जानकारी नही होने की बात कहकर सारा ठीकरा बिल्हा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारियों पर फोड़ दिया। यही नही वह प्रोटोकॉल की बात कहते हुए अपना पल्ला झाड़ने लगे। ऐसे में जिला प्रशासन द्वारा उचित कार्यवाही की मांग परिजन कर रहे है, ताकि अंचल के अन्य मरीजो की जान उक्त हॉस्पिटलों में अव्यवस्था की भेंट ना चढ़ सके।