
रमेश राजपूत

बिलासपुर – इस संकट की घड़ी में भी सौम्यता और उदारता की पहचान साबित करना एक बड़ी चुनौती के सामान है, बावजूद इसके कुछ लोग इन चुनौतियों को हंसते हंसते पूरा कर रहे है, ऐसी ही एक कोरोना वारियर्स है स्वाति जो अब मिशाल बन चुकी है।

अब तक आप सभी ने देखा होगा जहाँ पर कोरोना के मरीजों को ठीक करने के लिये डॉक्टर व नर्स नये नये प्रयोग कर रहे है कही पर गाना गाया जा रहा है कही पर डांस किया जा रहा है ताकि कोरोना से लड़ रहे मरीजो का मनोबल कम न हो, उन्हें ये ना लगे हम यहाँ अकेले है। मन से तनाव दूर करने का प्रयास किया जा रहा है वही एक नया वीडियो सामने आया है जहा पर छत्तीसगढ़ बिलासपुर के रेलवे हॉस्पिटल मे ड्यूटी कर रही स्वाति भीमगज पिछले 8 महीने से मरीज से पूछती है कोई समस्या तो नही है पर एक मरीज चुप रहता है कुछ नही बोलता है तो उसने इशारे से कहा मैं मूक बधिर हु बोल व सुन नही सकता, फिर नर्स को अपने आप मे आत्म ग्लानि हुई की मैं इसकी सेवा बाकी मरीजो के जैसे नही कर पा रही हु क्यो की बाकी मरीज अपनी समस्या बता सकते है पर ये नही, फिर नर्स ने यूट्यूब के माध्यम से सामान्य साइन लेंग्वेज सीखा जहा पर उसने मरीज से इसारो में बात की मरीज बहुत खुश हुआ आप वीडियो में देख सकते है की कैसे वे दोनों एक दूसरे से किस प्रकार बात कर रहै है।
भारत के उन सभी मेडिकल स्टाफ को सलाम है उनके जज़्बे व जुनून के लिए….कोरोना संक्रमण के बीच जहाँ कुछ लोग इस घोर आपदा को अवसर में बदलने कोई कसर नही छोड़ रहे है। ऐसे में बिलासपुर के रेलवे अस्पताल की नर्स स्वाति भीमगज मानवता की मिसाल पेश कर रही है। अगर इसी तरह अन्य लोग भी अपने ज़मीर और इंसानियत को ज़िंदा रख कर कोरोना से जारी जंग में निस्वार्थ सेवा करें तो ये जंग हम जीत सकते है। देश के अन्य राज्यों में ऐसे ही कई स्वास्थ्य कर्मी और मेडिकल स्टाफ है जो कोरोना के आगे ढाल बनकर खड़े है जिनके जज़्बे को सलाम है। कोरोना भले ही घातक बीमारी है। पर डॉक्टर और स्टाफ मरीज से प्रेम और अपनेपन के साथ इलाज करें तो मरीज इस बीमारी से आधी जंग अपने आप जीत जाता है। इसी उद्देश्य के साथ बिलासपुर के रेलवे अस्पताल की नर्स स्वाति भीमगज प्रदेश के साथ ही बिलासपुर में अपनी निस्वार्थ सेवा दे कर अहम भूमिका निभाते नजर आ रही है, जिससे सिख लेने की ज़रूरत है।

यूँ तो अपना काम सभी पूरी लगन से करते है, लेकिन कुछ होते है जो अपने प्रोफेशन और निष्ठा से इतना लगाव रखते है जो दूसरों के लिए मिशाल बन जाते है।