
सिम्स अग्निकांड के बाद अब तक 5 बच्चों की हो चुकी है मौत
बिलासपुर प्रवीर भट्टाचार्य
सिम्स में अग्निकांड के असर के बाद जिन 22 बच्चों को बिलासपुर के अलग-अलग अस्पतालों में शिफ्ट कर उनका इलाज किया जा रहा है उनकी मौत का सिलसिला बरकरार है ।बुधवार रात में एक और बच्चे की मौत हो गई ,जिससे आंकड़ा पांच तक जा पहुंचा ।22 जनवरी को सिम्स में इलेक्ट्रिक पैनल बोर्ड में शार्ट सर्किट की वजह से लगी आग से फैले धुएं की वजह से एन आई सी यू में भर्ती 22 नवजात बच्चों को फौरन शहर के अलग-अलग अस्पतालों में शिफ्ट कराया गया था। इस मामले में भले ही जांच रिपोर्ट में सिम्स को क्लीन चिट मिल गई हो लेकिन अब भी अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती मरीज बच्चों की मौत जारी है। बुधवार को सीहारे चिल्ड्रन हॉस्पिटल में भर्ती एक और बच्चे की मौत हो गई पचपेड़ी निवासी दिनेश बंसल और सुमन बंसल के घर 31 दिसंबर को बच्चे ने जन्म लिया था।
बच्चे के दिल में जन्मजात छेद होने की वजह से उसे पहले जिला अस्पताल में भर्ती किया गया जिसके बाद उसे सिम्स रिफर किया गया था लेकिन इसी दौरान सिम्स में आग लगने की घटना हुई जिसके बाद नवजात को सिहारे चिल्ड्रन हॉस्पिटल भर्ती किया गया। करीब डेढ़ सप्ताह इलाज चलने के बाद बुधवार को बच्चे की मौत हो गई ।कुल मिलाकर अब तक 5 बच्चों की मौत हो चुकी है। शिशु भवन में दो बच्चों और महादेव अस्पताल में भी दो बच्चों की मौत इससे पहले हो चुकी है। अभी आधे दर्जन से अधिक बच्चों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। हालांकि सिम्स प्रबंधन का यह दावा है कि इन मौतों का सिम्स की आगजनी से कोई सीधा सरोकार नहीं है ।इन बच्चों की हालत पहले से ही क्रिटिकल थी जिस वजह से उनकी मौतें हो रही है ।लेकिन लगातार बच्चों की मौत होने से सिम्स कटघरे में जरूर है और उसे इसका जवाब देना होगा।