
यहां चोर कभी भी चोरी कर दबे पाव निकल जाते हैं और पुलिस को तो क्या पड़ोसियों को भी भनक नहीं लगती
बिलासपुर प्रवीर भट्टाचार्य
इन दिनों बिलासपुर में चोरों का कहर जारी है । कुछ घंटे के लिए भी घर को बंद करके जाना भारी पड़ रहा है। एक दिन पहले ही हेमू नगर मुख्य मार्ग पर ऐसी ही एक घटना में चोर घर पर झाड़ू फेर गए थे। इस खबर को अपने अखबार में प्रकाशित करने वाले दैनिक समाचार पत्र के संपादक ने सोचा भी नहीं होगा ऐसा ही कुछ उनके साथ भी हो सकता है। वरुण श्रीवास्तव बिलासपुर के एक दैनिक अखबार के संपादक है और उनका पूरा परिवार मित्र विहार में रहता है। सोमवार को अपने पूरे परिवार के साथ वे एक वैवाहिक समारोह में शामिल होने गए हुए थे। रात करीब 8:00 बजे घर में ताला लगा कर सभी समारोह में चले गए और रात करीब 11:00 बजे जब वे विवाह समारोह से लौटे तो उन्होंने देखा कि घर के सामने के दरवाजे का ताला टूटा हुआ है। यह देख उनका माथा ठनका । जब उन्होंने दरवाजा खोलने की कोशिश की तो पाया कि दरवाजे भीतर से बंद था। उन्हें यह समझते देर नहीं लगी कि उनके पीछे कुछ अप्रिय घटना घटी है। किसी तरह से जब वे घर के अंदर पहुंचे तो कमरे का नजारा देख उनके होश उड़ गए ।घर में चारों तरफ सामान बिखरे पड़े थे। अलमारी खुली हुई थी और लॉकर टुटा हुआ था। जब अलमारी की जांच की गई तो पाया कि चोर लॉकर तोड़कर सोने चांदी के जेवरात और नगद रकम अपने साथ ले गए थे । मात्र 3 घंटे ही उनका परिवार घर पर मौजूद नहीं था और इसी दौरान लिंक रोड जैसे व्यस्त सड़क से सटे मित्र विहार कॉलोनी में चोरों ने शाम के वक्त चोरी की वारदात को अंजाम देकर पुलिस को खुली चुनौती दी थी । माना जा रहा है कि चोर श्रीवास्तव परिवार की रेकी कर रहा था और उनके घर से निकलते ही उन्होंने अपने इरादों को अंजाम दे दिया । पत्रकार वरुण सखाजी ने इसकी सूचना तार बाहर थाने में दी। सूचना के बाद पुलिस पेट्रोलिंग पार्टी घर पहुंची और बारीकी से विवेचना कर सुराग जुटाने का प्रयास करती रही, लेकिन उन्हें चोरों का कोई सुराग नहीं मिल पाया। एक तरफ पुलिस गस्त का दावा करती है तो वही शाम के वक्त ही चोर चोरी करने से बाज नहीं आ रहे है। लग रहा है बिलासपुर में चोरों का कोई बाहरी गिरोह सक्रिय है जो देर रात चोरी करने की बजाय दिन में या फिर शाम के वक्त सूने मकानों को अपना निशाना बना रखा है। बिलासपुर में लगातार इस तरह की कई घटनाएं हो चुकी है ,जिसके बाद अब पुलिस बाहर से आकर होटल लॉज में ठहरने वालों के खिलाफ अभियान चला रही है । पुरानी बस्ती और नई कॉलोनी कि क्या कहे बिलासपुर के पॉश कॉलोनी भी महफूज नहीं रहे हैं । यहां चोर कभी भी चोरी कर दबे पाव निकल जाते हैं और पुलिस को तो क्या पड़ोसियों को भी भनक नहीं लगती।