
रमेश राजपूत
बिलासपुर-छत्तीसगढ़ की सामाजिक बुराइयों में, सबसे बड़ी चुनौती है यहां की टोनही प्रथा है, प्रदेश के गांवों में आज भी अक्सर किसी भी महिला को टोनही कह कर अपमानित करना, सामूहिक रूप से मार डालना, आम बात है। छत्तीसगढ़ में टोनही डायन को लेकर अंधविश्वास का एक ऐसा ही मामला न्यायधानी में भी सामने आया है। जिसमे समाज के दुश्मन बने लोगो के प्रताड़ना से तंग आकर एक महिला ने घटना की शिकायत सीपत थाने में दर्ज कराई है। दरअसल यह पूरा मामला सीपत थाना क्षेत्र के ग्राम बंगला भाठा का है। जहाँ प्रार्थिया को बीते लंबे अरसे से गांव के ही कुछ लोग टोनही होने का दावा करते हुए उसे रोजाना प्रताड़ित करते थे।
हद तो तब हो गई जब 28.08.2022 को प्रार्थिया के घर के आंगन में आकर साली टोनही हो पुरे गांव के व्यक्तियों को टोनती हो कहकर मां बहन की अश्लील गाली गलौच कर रहे थें। इसी बीच रात्रि 2 बजे नंदकुमार गोड प्रार्थिया के घर में ताका झांकी कर रहा था। इसी दौरान प्रार्थिया की सास को तेरी बहु श्यामा बाई टोनही बन के झुप रही हैं कि नही देखने आया था बोला और भाग गया। जिसके बाद प्रार्थिया गांव के आरोपियों के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई। इधर मामले में स्थानीय पुलिस ने घटना के सूचना के बाद तत्काल आरोपियों को अपने हिरासत में ले लिया है। पकड़े गए आरोपियों में नंद कुमार,किर्तीन बाई ,उर्मिला उइके शामिल है, जिन्हे सीपत पुलिस ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।