
उदय सिंह
मल्हार – नगर पंचायत मल्हार के वार्ड क्र.03 में निवासरत सौहाराम पिता सहसराम कैवर्त एवं घासीराम पिता ढोलाराम कैवर्त के बीच पिछले 5,6 वर्षों से जमीन विवाद चल रहा है, जो न्यायालय में प्रकरण चल रहा है।सौहाराम ने घासीराम के ऊपर कूटरचना कर 3 एकड़ आसपास की जमीन को अपने नाम करवाने का आरोप लगा रहे है।

वही घासीराम करीब 3 एकड़ जमीन को पिछले 5 सालों से खेती करते आ रहे है उससे पहले सौहाराम उस जमीन पर काबिज होकर खेती करते आ रहे थे। दोनो ने उक्त जमीन पर अपना अपना दावा करते हुए न्यायालय में प्रकरण चल रहा है।जिसके संबंध में बिलासपुर कमिश्नर कार्यालय से सौहाराम के पक्ष में आदेश देते हुए उक्त जमीन को सौहाराम के नाम दुरुस्तीकरण करने का आदेश राजस्व विभाग मस्तूरी को भेजा गया

जिसके बाद अन्य दूसरा पक्ष घासीराम ने मस्तूरी एसडीएम कार्यालय के समक्ष उपस्थित होकर उक्त नामान्तरण को फसल कटने तक 30 दिवस तक रोकने आवेदन किया गया जिसमें मस्तूरी एसडीएम कार्यालय से चौकी प्रभारी को आदेशित किया गया था।कि घासीराम जो 3 एकड़ में खेती किया है।उसके फसल कटाई होते तक कोई अन्य दुवारा हस्तक्षेप न करें जिसके बाद मल्हार चौकी से बाकायदा घासीराम के फसल कटाई करते तक किसी विवाद की स्थिति न हो जिसके लिए मल्हार चौकी से एक सिपाही की मौके पर तैनाती की गई थी।

जिसके बाद सौहाराम के परिजन उक्त खेत पर पहुंचे और उक्त जमीन को अपना जमीन बताते हुए उक्त फसल को काटने से मना करने लगे।जब वहां तैनात आरक्षक ने मस्तूरी एसडीएम कार्यालय से आदेश का हवाला दिया तब सौहाराम के परिजन भड़क गए और एक महिला ने आत्महत्या तक की धमकी दे डाली, जिसके बाद आरक्षक ने इस घटना की जानकारी अपने उच्च अधिकारियों को दी।

जिसके बाद मौके पर नायब तहसीलदार, पटवारी, चौकी प्रभारी समेत बड़ी संख्या में पुलिस मौके पर पहुंची। मौके पर पहुंच उच्चाधिकारियों ने उक्त महिला को समझाया उनके द्वारा न्यायालय आदेश का हवाला दे सौहाराम के परिजनो महिला एवं अन्य लोगो को शांत करवाया, जिसके बाद मामला शांत हुआ।
6 सालो से न्यायालय का चक्कर पड़ा भारी

मौके पर कब्जे को लेकर हताश महिला ने बताया कि यह जमीन को 20 वर्षो से अधिक समय से उनके ससुर सौहाराम कैवर्त के कब्जे में था तब से सौहाराम ही खेती करते आ रहे थे।लेकिन बीच मे 5 वर्ष पूर्व सौहाराम की दूसरी पत्नी का देहांत हो गया।तब से उक्त जमीन में विवाद की स्थिति निर्मित हो गई सौहाराम के साथ साथ घासीराम भी उस जमीन पर अपना हक जता पिछले 5 वर्षों से अपना कब्जा रखे हुए है और खेती कर रहे है।जिससे अपना अधिकार पाने बार बार न्यायालय का चक्कर काट थक चुके थे और कुछ नजर नही आया जिसके कारण वह हताश होकर भड़क गई थी और आत्महत्या की धमकी दे डाली थी।
प्रशासनिक अमला पहुंचा मौके पर दी समझाईश

घटना की जानकारी होने पर मस्तूरी नायब तहसीलदार उमाशंकर लहरे, मल्हार चौकी प्रभारी प्रकाश कांत,प्रताप सिंह,मल्हार पटवारी पवन पठारी एवं अन्य पुलिस बल मौके पर पहुंची गई थी। अधिकारियों ने करीब 3 घंटे तक महिला एवं अन्य परिजनों को न्यायालय संबंधी कामकाज के बारे में समझाइश दी एवं आश्वासन दिया गया कि उक्त जमीन मामले में सही तरीके से जांच कर गलत पाए जाने पर उचित कार्यवाही की जाएगी तब मामला शांत हुआ।