
रमेश राजपूत
बिलासपुर- शहर की ट्रेफ़िक व्यवस्था को संभालने के अलावा मानवता की मिसाल बन रहे है जो सम्मान के हकदार है। ड्यूटी के दौरान आम लोगो की मदद करना दुसरो के लिए भी संदेश है, जिससे सभी को सिख लेनी चाहिए….दरअसल रविवार की शाम 6 बजे इस ब्रिज में एक दिव्यांग अपनी ट्राइसिकल से ब्रिज पार कर महाराणा प्रताप चौक आना चाह रहा था। चढ़ाई बहुत थी, ट्रैफिक जाम का समय था, जहाँ ट्रैफिक पुलिस के एक जवान पीआर साहू (508) ने एक हाथ में वायरलैस सैट पकड़ा और दूसरे हाथ से ब्रिज के उस पार से धक्का देते हुए और ट्रैफिक से उस दिव्यांग को बचाते हुए इस पार कराया,
आम तौर पर सारा ट्रैफिक किसी वीआईपी के लिए रोका जाता है, लेकिन पीआर साहू ने इस दिव्यांग के लिए बीच बीच में ट्रेफ़िक को धीमा कर जिस मानवता का परिचय दिया, वह समाज में सम्मान और दूसरों के लिए सीख के योग्य है। शायद उस दिव्यांग ने भी यह कल्पना नहीं की होगी, कि ट्रैफिक पुलिस से उसे ऐसी मदद मिल सकती है, कि उसके लिए पूरे ट्रैफिक का ख्याल रखा जाए। पीआर साहू ने बकायदा उस पार से इस पार उस ट्राइसिकल को हिफाज़त से, नज़ाकत से पहुंचाया। जब बीच ब्रिज में उनकी तस्वीर लेने की कोशिश की गई तो उन्होंने मना भी किया, कि मत लीजिए, उन्होंने कहा- वो सिर्फ अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। वैसे जो लोग तिफरा ओवरब्रिज से परिचित हैं, उन्हें यह मालूम जरूर होगा कि यहां ट्रैफिक पुलिस वाकई बहुत मेहनत करती है, चाहे धूप हो, बरसात हो या फिर ठंड..जहाँ अक्सर ट्रेफ़िक जवान किसी बुजुर्ग महिला या बच्चों को सड़क पार कराते रहते है।