
रमेश राजपूत
बिलासपुर- जिले में कोरोना संक्रमित मरीजो के मिलने में भले ही आंशिक कमी आई हो लेकिन मौत होने वाले मरीजो की संख्या एकाएक बढ़ कर 8 पहुँच गई है। जिले में एक दिन में ही तीन कोरोना संक्रमित मरीजो की मौत हुई है। इसमे चौकाने वाली बात यह है कि दो संक्रमित मरीजों का उपचार सुपर स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल में चल रहा था जहां उनकी मौत मंगलवार को हुई है। इन मरीजो में विनोबा नगर में रहने वाले रिटायर्ड इंजीनियर 71 वर्षीय बुजुर्ग जो विजयवाड़ा से 15 जुलाई को लौटा था। जिसके कोरोना जांच में पॉजिटिव आने के बाद 18 जुलाई को अपोलो हॉस्पिटल में एडमिट किया गया था।
जिसकी मौत मंगलवार को इलाज के दौरान हो गई। वही दूसरा मरीज रेल्वे परिक्षेत्र में रहने वाला आरपीएफ का 59 वर्षीय जवान था। जिसे डाइबटीज की बीमारी थी। हेड कांस्टेबल के पद पर पदस्थ रेल्वेकर्मी की तबीयत मंगलवार को अचानक बिगड़ गई। जिसके इलाज के लिए उसे अपोलो हॉस्पिटल लाया गया। जहाँ जांच में वह कोरोना पॉजिटिव मिला। डॉक्टरो के काफी मशक्कत के बाद भी उसकी जान नही बच सकी। इसी तरह सैंट्रल जेल में उम्र कैद की सजा काट रही 90 वर्षीय वृद्ध महिला की भी जान चली गई। बताया जा रहा है वह मंगलवार सुबह जेल के बाथरूम में फिसलकर गिर गई थी। जिसे इलाज के लिए 9 बजे सिम्स लाया गया था। जहाँ पहुँचे ही उसे डॉक्टरो ने मृत घोषित कर दिया, वही संदेह के आधार में महिला की कोरोना टेस्ट किया गया, जिसमें वह पॉजिटिव पाई गई है। इधर जिले में मंगलवार को पांच नए संक्रमित मरीजो की पुष्टि हुई है। जिसमे दो ग्रामीण,
दो दीगर जिले और एक शहरीय क्षेत्र का मरीज है। पॉजिटिव मरीजो में देवनंदन नगर निवासी 29 वर्षीय व्यक्ति संक्रमित मिला है तो बिल्हा ब्लॉक के ग्राम केसला में रहने वाला 36 साल का ग्रामीण और मस्तूरी निवासी 38 वर्षीय ग्रामीण की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इनके अलावा शहडोल में रहने वाले 59 वर्षीय पिता और 35 वर्षीय पुत्र भी संक्रमित मिले है। बताया जा रहा है शहडोल मेडिकल कॉलेज में भी दोनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। 35 वर्षीय पुत्र अपने 59 वर्षीय पिता का अपॉलो हॉस्पिटल में इलाज कराने बिलासपुर आया था। जहाँ जांच में दोनों दोबारा संक्रमित पाए गए है। इस बीच राहत की बात यह है कि मंगलवार को कोविड हॉस्पिटल से 16 मरीज डिस्चार्ज किए है। जबकि अब भी जिले में 102 कोरोना के एक्टिव मरीज है, जिनका इलाज अलग अलग कोविड हॉस्पिटलों में चल रहा है।