
कोटा रमेश भट्ट
कोटा-कोटा थाना क्षेत्र में चोरो ने अपने भेद खोलने वाले एक व्यक्ति को मौत के घाट उतार दिया। मामले में कोटा पुलिस की संजीदगी से दो आरोपी अब सलाखों के पीछे है। दरअसल 19 दिसंबर को नवगांव सल्फा के रहने वाले भगत जायसवाल पिता चिंता राम जायसवाल उम्र 58 वर्ष की संदिग्ध हालात में लाश नवगांव फाटक के रेल्वे ट्रैक पर मिलती थी। जिसकी सूचना कोटा पुलिस को दी गई। घटना की जनकरी मिलती ही स्थानीय पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए मौके पर फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड की मदद ली। जिससे मृतक के बॉडी पर कई अन्य चोटे नजर आई थी। वही मृतक भगत जायसवाल के मोबाइल फोन घटना स्थल से काफी दूर मिला। वही डॉग स्क्वायड ने पुलिस की जांच को गांव के तालाब तक पहुँचाया। जिसके बाद कोटा पुलिस को गांव के तालाब पर खून के दाग मिले। जहाँ से पुलिस की तफ्तीश में गति मिली। जिससे गांव के ही दो युवकों पर संदेह हुआ। जिसमे पवन कुमार से जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने उक्त घटना को अपने दोस्त विकास जायसवाल के साथ अंजाम देना स्वीकार किया। कोटा पुलिस ने दोनों ही आरोपियों के खिलाफ 302,201,34 के तहत कार्यवाही कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
बाप बेटे ने रजिंश के तहत की हत्या
कोटा क्षेत्र में पूर्व में पवन जयसवाल और उसके बेटे विकास जायसवाल द्वारा चोरी की घटना को अंजाम दिया गया था जिनको मृतक भगवान भगत जयसवाल पकड़ वाया गया था जिसको लेकर पवन जायसवाल काफी दिनों से भगत से रंजिश रखे हुए था जिसे पूरा करने बाप बेटे ने मिलकर 19 दिसंबर को भगत जयसवाल की हत्या कर दी गई।
पुलिस को उझाने रेल्वे ट्रैक पर फेंकी थी लाश
आरोपी पवन जयसवाल ने घटना को छुपाने के लिए भगत जायसवाल की हत्या कर उसे गांव के पास के रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया गया था ताकि पुलिसिया जांच में उनकी सच्चाई सामने ना आ सके लेकिन कोटा पुलिस की सजगता से आखिरकार पवन जयसवाल और उसके बेटे विकास जयसवाल अब सलाखों के पीछे है।