
नगर निगम के इस अभियान से मुमकिन है लोग लू से बचाव करने के तरीके सीख जाए और खुद को जानलेवा लू से बचा सके
ठा. उदय सिंह
फ़ानी तूफान का असर कम होते ही एक बार फिर बिलासपुर में गर्मी ने अपना प्रभाव दिखाना शुरू कर दिया है। पारे ने फिर से छलांग लगा दी है। वही सुबह से लेकर शाम तक सूरज की किरने आग बरसा रही है । सुबह नौ -दस बजे के बाद से ही हवा के गर्म थपेड़े लोगों को परेशान करने लगे हैं। राजस्थान की ओर से आ रही गर्म हवाओं की वजह से बिलासपुर जिला लू की चपेट में है। दिन भर तो लू चल ही रही है वहीं शाम के बाद भी हवा में गर्मी कम नहीं हो रही। ऐसे मौसम में लू लगने की आशंका हमेशा बनी रहती है ।असावधानी वश यस स्थिति जानलेवा भी बन सकती है । वहीं लू की चपेट में आने पर मरीज को बिस्तर पकड़ना पड़ जाता है। वैसे तो लू से बचाव के लिए कलेक्टर ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए थे, लेकिन बिलासपुर नगर निगम भी अपने स्तर पर लू से बचाव के लिए लोगों को जागरूक कर रहा है। कार्य वश ना चाहते हुए भी अधिकांश लोगों को दिन में घर से बाहर निकलना पड़ रहा है। ऐसे ही लोग अक्सर लू की चपेट में आ रहे हैं। वैसे कुछ हिदायतो को मानकर लू से बचाव मुमकिन है । घर से निकलने से पहले अधिक से अधिक पानी पीकर निकलना चाहिए। वहीं सफेद सूती के कपड़े पहनना बेहतर है। अपने पूरे शरीर को ढक कर धूप के चश्मे लगा कर और स्कार्फ आदि बांधकर निकलना चाहिए। वहीं लगातार तरल पदार्थ पीते रहने से लू लगने की आशंका कम होती है।लू का असर दिखते ही इसका इलाज कराना जरूरी है । यही वजह है कि लू के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए नगर निगम ने एक अभियान छेड़ा है।
नगर निगम ने लू से बचाव संबंधित पंपलेट छपवाया है, जिसे शहर में आम लोगों में वितरित किया जा रहा है। इस पंपलेट में लू से बचाव और सावधान रहने की संपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराई गई है। सोमवार से नगर निगम ने अभियान आरंभ किया जो पूरे मई महीने तक चलेगी । साधारण जनमानस को लू से बचाव की जानकारी ना होने से ही वे लू की चपेट में आ सकते हैं। कहा भी गया है कि इलाज से बेहतर बचाव होता है। इसलिए नगर निगम के इस अभियान से मुमकिन है लोग लू से बचाव करने के तरीके सीख जाए और खुद को जानलेवा लू से बचा सके।