
रमेश राजपूत
कोटा – थाना क्षेत्र के बेलगहना चौकी क्षेत्र में हुई मारपीट की घटना में घायल ने आरोपियों के खिलाफ़ शिकायत दर्ज कराई और कार्रवाई की मांग की, जिसकी रिपोर्ट तो दर्ज की गई लेकिन उससे पैसों की मांग की गई और पैसे नही देने पर उल्टे उस पर ही कार्रवाई कर जेल भेजने की धमकी दी गई। मामले में नया मोड़ तब आया जब प्रार्थी ने इस प्रताड़ना से त्रस्त होकर अपने घर में चूहा मारने की दवाई खा लिया, जिसे गंभीर हालत में सिम्स में भर्ती कराया गया, जहाँ उसकी गंभीर हालत के मद्देनजर उसे एम्स रायपुर रिफर कर दिया गया है। मामले में परिजनों ने बेलगहना चौकी के एक पुलिस कर्मी पर अवैध उगाही और प्रताड़ना का आरोप लगाया है। मिली जानकारी के अनुसार कोटा थाना क्षेत्र के बेलगहना चौकी अंतर्गत पंडरापखना पैनारा मोहल्ला निवासी बिहारी प्रजापति राजमिस्त्री हैं।
जो 09 जून को काम करने के लिए कूपाबांधा गया था। जहाँ काम खत्म कर वह अपने साथियों शिवचरण जगत और कृष्णा के साथ घर आ रहा था, कूपाबांधा गांव में ही नाले के पास दारसागर में रहने वाला अशोक यादव और राजकुमार पोर्ते ने राजमिस्त्री की बाइक को रोककर गाली-गलौज की। इसका विरोध करने पर उन्होंने राजमिस्त्री की पिटाई शुरू कर दी। इस दौरान कृष्णा ने बीच-बचाव की कोशिश की तो उससे भी मारपीट की गई। घायल राजमिस्त्री ने घटना की शिकायत बेलगहना चौकी में की। चौकी में मौजूद प्रधान आरक्षक प्रीतम राजपूत ने उनकी शिकायत पर जुर्म दर्ज कर लिया। मंगलवार को प्रधान आरक्षक प्रीतम ने राजमिस्त्री और उसके साथी कृष्णा को चौकी बुलाया। यहां पर प्रधान आरक्षक ने घायल राजमिस्त्री पर गुंडागर्दी का आरोप लगाते हुए गाली-गलौज की। साथ ही उनसे एक पेपर में साइन कराया। इस बीच प्रधान आरक्षक ने दोनों को जेल भेजने की धमकी दी। इसके बाद पीड़ित अपने घर आ गया। घर पर उसने चूहे मारने की दवा खा ली। इससे गंभीर राजमिस्त्री को सिम्स में भर्ती कराया गया जहाँ से उसे अब रायपुर एम्स रिफर कर दिया गया है।
ग्रामीणों ने जताया आक्रोश…
मामले में घटना के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है जो बेलगहना चौकी पुलिस पर गंभीर आरोप लगा रहे है, जहाँ उन्होंने बताया कि अक्सर मामलो में यहाँ पुलिस पैसों की मांग करती है, प्रार्थियों को ही डराया जाता है और पैसे मंगाए जाते है, ग्रामीणों को कार्रवाई का हवाला देकर अवैध उगाही की जाती है, लेकिन अगर रक्षक ही भक्षक बन जाये तो निराशा और मजबूरी में बेचारे ग्रामीणों को उनकी मांग पूरी करनी पड़ती है, जिसकी शिकायत भी वह कही नही कर पाते, जिसका फायदा कुछ भ्रष्ट वर्दीधारी उठाते है। फ़िलहाल इस मामले में एक व्यक्ति की जान पर बन आई है, वही परिजन और ग्रामीण भी आक्रोशित है जो अब पुलिस के उच्च अधिकारियों तक इसकी शिकायत कर न्याय की उम्मीद कर रहे है।