
जब सत्याग्रह news.in ने इस संबंध में एनटीपीसी प्रबंधन से बात की तो उन्होंने कहा कि फिलहाल अस्थाई रूप से टैंकर के माध्यम से पानी की व्यवस्था की जा रही है

सीपत हिमांशु गुप्ता
पानी की समस्या से जूझ रही सीपत क्षेत्र की आक्रोशित महिलाओं ने ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र धीवर और सरपंच संतोष भोई के नेतृत्व में एनटीपीसी का किया घेराव , नारेबाजी कर प्रबंधन को पानी की समस्या जल्द दूर करने की दी चेतावनी
गर्मी आते ही सीपत क्षेत्र में जलस्तर रसातल में जाने लगा है। जिसके बाद पूरे क्षेत्र में पानी के लिए हाहाकार मच गया है । लंबे वक्त से बूंद बूंद पानी के लिए तरस रहे सीपत नवाडीह वार्ड क्रमांक 19, 20 के सैकड़ों ग्रामीण महिलाओ और पुरुषो ने सोमवार को पानी की समस्या को लेकर एनटीपीसी गेट के सामने नारेबाजी की । इनके साथ ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेंद्र धीवर और सीपत के सरपंच संतोष भोई भी शामिल थे, जिन्होंने एनटीपीसी प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि एनटीपीसी ने पानी टंकी तो बनवा दिया है, लेकिन टंकी अभी भी भी सूखा हुआ है। एनटीपीसी ने दिखावे के लिए पानी टंकी का निर्माण कराया है लेकिन उसमें पानी की व्यवस्था नहीं की।

इसलिए गर्मी बढ़ते ही पानी के लिए क्षेत्र के ग्रामीणों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। आक्रोशित ग्रामीणों ने कहा कि जब तक एनटीपीसी उनकी मांग पूरी नहीं करता तब तक उनकी लड़ाई सड़क पर इसी तरह जारी रहेगी। ग्रामीणों ने आंदोलन को और भी धारदार बनाने की चेतावनी दी। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और सरपंच के नेतृत्व में आंदोलनरत महिलाओं ने पानी की समस्या के अलावा ग्राम पंचायत की खराब सड़क, नवाडीह तालाब गहरीकरण, नवाडीह क्षेत्र में फैली गंदगी की सफाई ना होने की समस्या को भी प्रबंधन के सामने रखा। प्रबंधक एक के बोखड़ ने इन मांगों को सुनने के बाद जल्द ही निराकरण का आश्वासन दिया है। फिलहाल फौरी राहत देते हुए वार्ड क्रमांक 19 और 20 में मंगलवार से सुबह और शाम तीन तीन ट्रैक्टर पानी भेजने का भरोसा आंदोलनकारियों को दिलाया गया है। सोमवार को अपनी समस्या लेकर एनटीपीसी पहुंची महिलाएं तपती जलती गर्मी और आग उगलते धूप में घंटों गेट के सामने ही बैठी रही। जब सत्याग्रह news.in ने इस संबंध में एनटीपीसी प्रबंधन से बात की तो उन्होंने कहा कि फिलहाल अस्थाई रूप से टैंकर के माध्यम से पानी की व्यवस्था की जा रही है ।जल्द ही स्थाई समाधान का प्रयास पीएचई विभाग और शासन के साथ बातचीत कर किया जाएगा जिससे कि स्थाई निराकरण संभव हो सके।