हरिशंकर पांडेय
मल्हार – शारदीय क्वांर नवरात्र के दूसरे दिन माँ ब्रम्हचारिणी के रूप में माता डिडनेश्वरी देवी की आराधना हुई। सुबह विधि पूर्वक पूजन से पहले माता का विशेष श्रृंगार किया गया जिसके बाद मंदिर के मुख्य पुजारी ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ षोडशोपचार पूजन किया व मंगल आरती हुई जिसमें सैकड़ो श्रद्धालु शामिल हुए।
पंडित कमल अवस्थी ने बताया कि शुक्रवार को द्वितीया तिथि को पूजन में स्वस्ति पाठ, किलक, कवच व अर्गला का पाठ के बाद षोडशोपचार पूजन प्रातःकालीन पूजन किया गया। दोपहर में घटस्थापना पूजन, वेदी पूजन व अन्न का भोग तथा शाम के समय संध्या आरती हुई। इसी तरह तृतीया व चतुर्थी को इसी तरह पूजन होगी। इस वर्ष 4001 मनोकामना के ज्योत जल रहे है जिसमे 3708 तेल व 265 घृत तथा 28 जंवारा कलश के दीप श्रद्धालुओ ने प्रज्वलित कराए है।
नवरात्र अनुष्ठान में दुर्गासप्तसती पाठ, ललिता सहस्त्रनाम पाठ भी निरंतर मंदिर परिसर में आचार्यो द्वारा किया जा रहा है। वही श्रीमद देवी भागवत महापुराण कथा में देवी के विभिन्न स्वरूपो की संगीतमय कथा का रसपान श्रद्धालु कर रहे है। इसके अलावा नगर के विभिन्न मोहल्लों में माता दुर्गा की आराधना हो रही है।