
भुवनेश्वर बंजारे
रायगढ़ – नौकरी और सस्ते दाम पर जमीन दिलाने का झांसा देकर 30 लाख 61 हजार रुपए की ठगी का मामला प्रकाश में आया है। जहा एक महिला सहित दो आरोपियों ने मिलकर प्रार्थी को 9 साल में 30 लाख 61 हजार रुपए की ठगी कर ली है। मामले में कोतवाली पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। वही दो आरोपियों की तलाश अब भी जारी है। मिली जानकारी के अनुसार बिलासपुर निवासी कौशल प्रसाद कौशिक ने एक दिसंबर को कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि 2016 में अपने सहकर्मी के रिश्तेदार निर्मला निषाद से मुलाकात हुई। जहा बच्चो को नौकरी दिलाने पर चर्चा हुई। इस दौरान निर्मला ने रायगढ़ निवासी सतीश साहू के द्वारा नौकरी लगवाने की बात कही। जहां उनके झांसे में आकर कौशल प्रसाद ने उन्हे एक लाख 17 हजार रुपए दे दिया। उसके बाद फिर प्रार्थी को वर्ष 2018 में सतीश ने यशवंत पटनायक निवासी ग्राम गोढ़ी, तमनार से मुलाकात कराई, जिसने जिंदल कंपनी में नौकरी दिलाने और जमीन दिलाने का झांसा देकर 29,44,800 रुपये की ठगी की। कुल मिलाकर आरोपियों ने 30,61,800 रुपये की धोखाधड़ी को अंजाम दिया। इसके बाद पुन वर्ष 2022 में, यशवंत ने फिर ठगी का नया जाल बिछाया। उसने जिंदल कंपनी के सोलर प्लांट के लिए गोढ़ी गांव में जमीन चिन्हित होने और बाजार मूल्य से कम कीमत पर जमीन दिलाने का झांसा दिया। कौशल प्रसाद और उनके मित्र ने जमीन देखने गए, लेकिन गांव में जमीन या कागजात के बारे में कोई प्रमाण नहीं मिला। जब पैसे वापस मांगने की बारी आई, तो यशवंत ने अप्रैल 2024 में पंजाब नेशनल बैंक का 10 लाख रुपये का चेक व्हाट्सएप पर भेजा। बैंक जाने पर पता चला कि यशवंत का खाता दो साल पहले ही बंद हो चुका है। तब जाकर प्रार्थी ने अंततः घटना की शिकायत कोतवाली थाने में दर्ज कराई। जिसपर पुलिस ने तत्काल ग्राम गोढ़ी निवासी यशवंत पटनायक को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। वही सतीश साहू और आरोपिया निर्मला निषाद की तलाश अब भी जारी है। इस कार्रवाई में कोतवाली थाना प्रभारी निरीक्षक सुखनंदन पटेल और विवेचना अधिकारी सहायक उप निरीक्षक इगेश्वर यादव ने अहम भूमिका निभाई।