
रमेश राजपूत
बिलासपुर – रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी का मामला प्रकाश में आया है, जिसमें रेलवे कर्मचारी ने अपने ही पड़ोस में रहने वाली महिला हो उसके बेटे की नौकरी लगाने के नाम पर किस्तों में 3 लाख 25 हजार रुपए ठग लिए। वही उसने फर्जी ज्वाईनिंग लेटर और पास दिखा कर नौकरी मिल जाने का भरोसा भी दिलाया। लेकिन जब उस ज्वाईनिंग लेटर की जानकारी रेलवे अधिकारियों से ली गई तो पता चला सब फर्जी है। मामले में प्रार्थी शकुन बिरहा ने आरोपी चित्रसेन मोंगरे के खिलाफ तोरवा थाने में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने बताया कि पड़ोस में ही रहने वाले चित्रसेन मोंगरे ने रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देकर 2012 से अब तक 3 लाख 25 हजार रुपए लिए है। जिसने मोबाइल पर फर्जी ज्वाईनिंग लेटर और एक पास भी दिखाया जिसमें उसके बेटे सुमित बिरहा की नौकरी लग चुके होने का हवाला दिया और ओरिजन ज्वाईनिंग लेटर डॉक से घर आने का भरोसा दिलाया, लेकिन जब अब तक नौकरी नही लगी तो रेलवे अधिकारियों से पूछताछ की गई तब पता चला सब फर्जी दस्तावेज है। वही रेलवे अपनी ऊंची पहुँच बताने वाला चित्रसेन मोंगरे रेलवे में खलासी वर्ग का कर्मचारी होने की जानकारी मिली। जिसके बाद उससे पैसे वापस मांगने पर कई चेक दिए गए जो बाउंस हो गए और पैसे वापस नही मिले। अपने साथ हुई धोखाधड़ी से आहत प्रार्थी ने मामले की शिकायत थाने में दर्ज कराई है, जिस पर पुलिस ने चित्रसेन मोंगरे, निवासी आरपीएफ कैंटीन के सामने के खिलाफ धारा 420 के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।