
डेस्क
13 और 14 जुलाई की रात सरकंडा थाने के दो आरक्षक दिनेश पटेल और दीपक केरकेट्टा की मोपका तिराहे पर ड्यूटी लगी हुई थी। रात करीब 3:00 बजे जब हर तरफ सन्नाटा छाया हुआ था, अचानक एक मोटरसाइकिल की आवाज से दोनों चौकन्ना हो गए। जब उन्होंने देखा तो उन्हें बड़ी हैरानी हुई, क्योंकि मोटरसाइकिल पर आधी रात में एक युवक अपने पीछे एक किशोरी को लेकर जा रहा था। इतनी रात को उन दोनों को एक साथ देख कर पुलिस को संदेह हुआ और उन्होंने मोटरसाइकिल चालक को रुकने का इशारा किया, लेकिन पुलिस द्वारा रोके जाने पर रुकने की बजाय मोटरसाइकिल सवार तेजी से भागने लगा। इससे दोनों आरक्षको को संदेह हुआ और दोनों ने उनका पीछा करते हुए घेराबंदी कर उसे धर दबोचा। पुलिस ने दोनों की पहचान पूछी तो युवक तोरवा निवासी अजय बंजारे निकला। वही जब युवती ने अपना परिचय दिया तब पुलिस की आंखें चमक उठी। क्योंकि करीब 1 महीने पहले सरकंडा थाने में एक नाबालिक किशोरी के गायब होने की सूचना दर्ज कराई गई थी और सरकंडा पुलिस उसे महीने भर से ढूंढ रही थी। उन्हें क्या पता था कि अचानक वही नाबालिग युवती उन्हें आधी रात को ऐसे मिल जाएगी। पता चला कि अजय बंजारे ने प्यार का झांसा देकर इस किशोरी को बरगलाया था और अपने साथ लेकर इधर-उधर घूम रहा था। मामले की तस्दीक होते ही आरोपी अजय बंजारे को अपहरण और नाबालिक के साथ जिस्मानी ताल्लुक रखने के आरोप में धारा 363 366 पास्को एक्ट के तहत गिरफ्तार कर लिया गया, वही नाबालिग किशोरी को बालिका गृह भेज दिया गया है और उनके परिजनों को भी इसकी सूचना दे दी गई है।