
फानी तूफान के असर के खत्म होने के साथ ही एक बार फिर लोगों को तेज गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। पिछले कुछ दिनों से गर्मी अपना भीषण प्रकोप दिखा रही है, लेकिन बुधवार को तो जैसी सारी हदें ही टूट गई । सुबह से ही लोग तेज गर्मी का सामना कर रहे थे और दोपहर करीब 1:00 बजे के आसपास सूरज सचमुच आग उगलने लगा। हर एक चीज जैसे सुलगने लगी थी। ऑनलाइन टेंपरेचर बताने वाले ऐप एक्यूवेदर के अनुसार दोपहर करीब 1:00 बजे पारा 48 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा। मई के दूसरे हफ्ते में ही ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था। इससे पहले साल 2017, 22 मई को बिलासपुर में 49.3 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था।जो ऑल टाइम मैक्सिमम टेंपरेचर है ।
इससे पहले 28 मई 2013 में 47.4 डिग्री तापमान सर्वाधिक हुआ करता था। उस लिहाज से बुधवार को सर्वाधिक दूसरे नंबर पर पारा जा पहुंचा है। अभी तो गर्मी के करीब 2 महीने शेष है। इसलिए उम्मीद की जा रही है कि मई के अंतिम दिनों में इस बार तापमान 50 डिग्री के भी पार चला जाएगा। इस भीषण गर्मी में पेड़ पौधे छोटे-मोटे जीव जंतु के साथ इंसान की जिंदगी भी खतरे में पड़ सकती है। लगातार बढ़ता तापमान दुनिया के अस्तित्व के लिए भी चिंता का विषय बनता जा रहा है। बुधवार को घर से बाहर निकलने वालों ने महसूस किया कि इस दिन धूप की चुभन कुछ अधिक ही महसूस हो रही है । धूप के संपर्क में आने के बाद कपड़े भी जैसे सुलगने लगे थे। तेज गर्म हवा आंखों में जलन पैदा करती रही। वहीं स्कार्फ और दूसरे साधन भी बेअसर नजर आए। घर में भी तापमान असहनीय बना रहा। कूलर और ऐसी भी बेअसर नजर आने लगे हैं। चिकित्सक इस असामान्य हालात से बचाव के लिए सुझाव दे रहे हैं। वर्तमान में तापमान सामान्य से 4 से 5 डिग्री अधिक चल रहा है। ऐसे में विशेष सावधानियां बरतने की सलाह दी जा रही है।