
उदय सिंह
पचपेड़ी – जीवन यापन के लिए निकले मां-बेटे के लिए मंगलवार की सुबह काल बनकर आई। पचपेड़ी थाना क्षेत्र के ग्राम कोकड़ी में एक दर्दनाक हादसे में 10 वर्षीय मासूम पंकज कुमार जगत की खेत में अवैध रूप से लगाए गए झटका तार की चपेट में आने से मौत हो गई, वहीं उसे बचाने के प्रयास में मां अनीता जगत गंभीर रूप से घायल हो गई हैं। मंगलवार सुबह करीब 6 बजे अनीता अपने बेटे पंकज के साथ गांव से लगभग एक किलोमीटर दूर मटासी खार तेंदूपत्ता तोड़ने जा रही थीं। रास्ते में मोहन प्यारे लाल यादव के खेत से गुजरते वक्त पंकज का हाथ खेत के किनारे बिछे झटका तार से टकरा गया, जिसमें बैटरी से संचालित करंट प्रवाहित हो रहा था। मासूम बालक करंट की चपेट में आकर बुरी तरह तड़पने लगा। यह देख मां अनीता ने तुरंत अपने बेटे को बचाने का प्रयास किया, लेकिन खुद भी करंट की चपेट में आ गईं।
दोनों को तड़पता देख राह से गुजर रहे ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए तार से अलग किया और गंभीर हालत में मस्तूरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया, लेकिन तब तक पंकज दम तोड़ चुका था। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया, जबकि अनीता का इलाज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जारी है। घटना की जानकारी जैसे ही गांव में फैली, मातम छा गया। पुनाराम जगत, जो खेती मजदूरी कर अपने परिवार का पेट पालते हैं, के आंगन में चीत्कार गूंजने लगी। गांववाले दाहसंस्कार की तैयारी में जुटे ही थे कि पचपेड़ी पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने समझाइश देकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और खेत में लगे झटका तार की जांच शुरू कर दी है। यह घटना न सिर्फ एक मासूम की दर्दनाक मौत की कहानी है, बल्कि यह चेतावनी भी है कि किस तरह मवेशियों से फसल बचाने के लिए खेतों में अवैध करंटयुक्त तार लगाना किसी की जान के लिए खतरा बन सकता है।
गांववासियों ने इस अमानवीय और गैरकानूनी कृत्य पर आक्रोश व्यक्त करते हुए प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। यह हादसा हर उस ग्रामीण को सतर्क करता है जो अपनी फसलों की रक्षा के लिए जानलेवा उपाय अपनाते हैं। फसल की रखवाली जरूरी है, लेकिन इंसानी जान की कीमत पर नहीं। पुलिस ने इस मामले में जांच तेज कर दी है और दोषियों पर कार्रवाई का भरोसा दिलाया है। एक मासूम की बलि ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया है।