सत्याग्रह डेस्क
सोमवार सुबह बिलासपुर कटनी रेल रूट पर एक बड़ा हादसा टल गया। यहां बिलासपुर से पेंड्रा रोड जा रही ईएमयू लोकल ट्रेन जिस पटरी से गुजर रही थी उस पटरी का एक हिस्सा टूट गया और दो भागों में बट गया। बिलासपुर से पेंड्रा रोड जाने वाली ईएमयू जब सारबहरा रेलवे स्टेशन से पेंड्रा रोड स्टेशन के लिए रवाना हुई। तभी इस ट्रेन के 6 डिब्बे गुजरने के बाद पटरी का एक हिस्सा टूट गया और टूट कर वही पटरी दो भागों में बट गया जिस पर से यह ट्रेन गुजर रही थी। पटरी के अचानक टूटने के कारण ट्रेन को तेज झटका लगा, लेकिन ट्रेन के चालक ने अपनी सूझबूझ और त्वरित सहज बुद्धि का परिचय देते हुए तुरंत ट्रेन को रोक दिया। एक झटके के साथ ट्रेन के रुक जाने से यात्रियों में भी हड़कंप मच गया और ट्रेन के भीतर और घटनास्थल के आसपास भगदड़ सी मच गई।
चालक की सतर्कता की वजह से हालांकि इस दुर्घटना में किसी के भी हताहत होने की कोई खबर नहीं है लेकिन अगर सही समय पर ट्रेन नहीं रोकी जाती तो ट्रेन के बेपटरी होने का खतरा था, जिससे कई जाने जा सकती थी । जानकार बताते हैं कि सारबहरा रेलवे स्टेशन के आस पास पिछले कुछ सालों में लगातार हादसे हो रहे हैं। करीब 3 साल पहले इसी जगह पर मालगाड़ी के 27 वैगन पटरी से उतर कर एक दूसरे के ऊपर चढ़ गए थे। इसके अलावा भी साल भर पहले यहीं मालगाड़ी के दो इंजन अनियंत्रित होकर पटरी से उतरकर पेड़ से जा टकराए थे।
इस इलाके में बार बार हो रहे रेल हादसों के बावजूद रेलवे के अधिकारी लापरवाह है और हादसों को रोकने का खास प्रयास नहीं किया जा रहा है। पटरिओ की जांच के लिए गैंगमैन और ढेर सारे यंत्र भी है ,इसके बावजूद क्रेक हो चुकी पटरी का किसी को पता नहीं चला। वह तो ठीक समय पर ईएएमयू के ड्राइवर ने अपनी सूझबूझ का परिचय दिया और सही समय पर ट्रेन को रोक दिया, नहीं तो सोमवार सुबह यहां बड़ा हादसा होना तय था। बाद में तुरंत पटरी को सुधार कर ट्रेन को आगे रवाना किया गया, वही रेलवे मामले की जांच कर रही है।