
रमेश राजपूत
बिलासपुर – सिरगिट्टी थाना क्षेत्र स्थित हरदीकला टोना गांव में बुधवार रात एक पुराना जमीन विवाद खूनी संघर्ष में बदल गया, जिसमें 35 वर्षीय युवक गीताराम साहू की जान चली गई और चार लोग, जिनमें एक गर्भवती महिला शामिल है, गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना ने न सिर्फ एक परिवार को शोक में डुबो दिया, बल्कि समाज में भूमि विवादों के कारण बढ़ती हिंसा की प्रवृत्ति को भी उजागर किया है।
मिली जानकारी के अनुसार, गीताराम का अपने चचेरे भाइयों सुनील, रवि और सागर से जमीन के बंटवारे को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। कई बार आपसी समझौते की कोशिशें हुईं, लेकिन विफल रहीं। बुधवार रात बात इतनी बिगड़ी कि हथियारों से लैस होकर आरोपियों ने गीताराम पर हमला कर दिया। जवाबी हमले में दोनों पक्षों के बीच हिंसक झड़प हुई, जिसमें कई लोग घायल हुए। घटना में एक गर्भवती महिला को गंभीर चोटें आई हैं, जो दर्शाता है कि ऐसी झड़पों में महिलाएं और कमजोर वर्ग सबसे अधिक प्रभावित होते हैं।
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को हिरासत में ले लिया है और गांव में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि स्थिति और न बिगड़े। यह घटना एक बार फिर बताती है कि पारिवारिक विवाद यदि समय रहते सुलझाए न जाएं तो वह सामाजिक संकट में तब्दील हो सकते हैं। प्रशासन को ऐसे मामलों में मध्यस्थता की प्रभावी व्यवस्था करनी चाहिए, ताकि विवाद कानूनी प्रक्रिया से सुलझें, न कि हिंसा से। मामले की जांच जारी है और पुलिस का कहना है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।