उदय सिंह
कलेक्टर डाॅ. संजय अलंग ने मंथन सभाकक्ष में शहर के गिरते भू-जल स्तर और अरपा नदी के संरक्षण के लिये जनप्रतिनिधियों और स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ अलग-अलग बैठक कर चर्चा की। बैठक में डाॅ.अलंग ने कहा कि जल संरक्षण के लिये 11, 12 एवं 13 जून को बहुत बड़े स्तर पर जन जागृति अभियान शुरू किया जायेगा। इस अभियान में अरपा नदी के दोनों किनारों पर सफाई की जायेगी और वृक्षारोपण के लिये गड्ढे खोदे जायेंगे। खोदे गये गड्ढों में बारिश की शुरूआत होते ही बड़े स्तर पर वृक्षारोपण किया जायेगा।
कलेक्टर ने जागरूकता अभियान को सफल बनाने के लिये सभी जनप्रतिनिधि, शहर के नागरिकों, मीडिया, विभिन्न संगठनों और अधिकारियों, कर्मचारियों से बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की है। उन्होंने बताया कि जिले के कई गांवों में जलस्तर बहुत नीचे चला गया है। जिसे बढ़ाने के लिये भागीरथी प्रयास की आवश्यकता है। अरपा नदी के संरक्षण और जलस्तर बढ़ाने के लिये नगर निगम, जिला पंचायत और वन विभाग ने मिलकर कार्य योजना तैयार की है। जिसके अंतर्गत पहले चरण में 11, 12 और 13 जून को शहर के 10 हजार से भी अधिक नागरिक और विभिन्न वर्गों के लोग अरपा किनारे पहुंचकर श्रमदान करेंगे। श्रमदान का कार्य सुबह 6 से 8 बजे के बीच विभिन्न चिन्हित स्थानों पर किया जायेगा।
अरपा के दोनों किनारों पर 5 किलोमीटर की परिधि में कुल 29 प्वाईंट चिन्हित किये गये हैं, जहां मानसून आते ही वृक्षारोपण किया जायेगा। इनमें कुदुदण्ड, होमगार्ड आॅफिस, शिव मंदिर, कदम पारा, शनिचरी रपटा, कतियापारा, गुरू नानक स्कूल के पास, लोधीपारा, नगर निगम रेतघाट, पुराना पुल, चिंगराजपारा, छठघाट, मंगला बस्ती, तुर्काडीह एवं नदी किनारे अन्य स्थान शामिल हैं। कलेक्टर ने आग्रह किया कि वृक्षारोपण के बाद नागरिक एवं विभिन्न वर्गों के लोग वृक्षों का संरक्षण भी करें।
इस अवसर पर बिलासपुर सांसद अरूण साव ने कहा कि पानी की कमी से शहरवासियों को बहुत समस्या हो रही है। ये सही समय है कि लोगों को जन-जागरूकता अभियान चलाकर जल संरक्षण के लिये एकत्रित किया जाये। तखतपुर विधायक रश्मि सिंह ने कहा कि हम सभी को अपने अधिकारों के साथ कर्तव्यों को भी याद रखना चाहिये। उन्होंने सुझाव दिया कि शाला प्रवेश उत्सव के समय प्रत्येक बच्चे को उपहार स्वरूप पौधा दें, जिसे वे अपने घर के आसपास उपयुक्त स्थान पर लगा सकें।
बिलासपुर विधायक शैलेश पाण्डेय ने कहा कि जन-जागरूकता अभियान बहुत आवष्यक है। पानी के बोर सूखते जा रहे हैं और जल संकट लगातार बढ़ रहा है। सभी के सहयोग से ही अरपा नदी को पुनर्जीवित करना संभव है। मस्तूरी विधायक कृष्णमूर्ति बांधी ने सुझाव दिया कि वृक्षारोपण के साथ ही नदी में सीवरेज के पानी को जाने से रोकना चाहिये। पुराने कुंओं को भी रैन वाटर हार्वेस्टिंग से जोड़ना होगा। ऐसे बोर जो फेल हो रहे हैं उन्हें भी वाटर हार्वेस्टिंग के रूप में उपयोग कर सकते हैं। बेलतरा विधायक रजनीष सिंह ने कहा कि ये सुनिष्चित करें कि अरपा नदी से रेत का अवैध उत्खनन न हो। महापौर किशोर राय ने कहा कि अरपा नदी को लेकर एक ठोस कार्य योजना की आवष्यकता है, जिससे नदी में पूरे वर्ष पानी बना रहे।
अटल श्रीवास्तव ने सुझाव दिया कि अरपा नदी को लेकर दीर्घकालिक और लघु योजना बनानी चाहिये। नदी में रेत का होना बहुत जरूरी है। इसके साथ ही जो लोग नदी में कचरा डंप करके उसे प्रदूषित कर रहे हैं, उन पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिये। बैठक में जिला पंचायत सीईओ रितेष अग्रवाल, निगम कमिष्नर प्रभाकर पाण्डेय, डिप्टी कलेक्टर देवेन्द्र पटेल एवं जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।