
भुवनेश्वर बंजारे
रायगढ़ – महिला के अंधे कत्ल की गुत्थी को छाल पुलिस ने सुलझा लिया है। मामले में मिली जानकारी के अनुसार बांधापाली बादीपारा निवासी रमिला कंवर की 10 जून को संदिग्ध अवस्था में लाश मिली थी। मृतिका की साड़ी का एक छोर उसके गले में गांठ के रूप में बंधा था, जिससे परिजनों ने हत्या की आशंका जताई। इधर घटना की सूचना मिलते ही छाल पुलिस ने मौके पर पहुंच शव को पीएम के लिए भेजा। वही पीएम रिपोर्ट में मौत की वजह गला घोंटने से दम घुटने के कारण होने के बाद मामले में पुलिस ने धारा 103(1) बीएनएस के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना शुरू की। जांच में सामने आया कि मृतिका का गांव के ड्राइवर अनिमिष वैष्णव उर्फ सूरज उर्फ बिट्दु से बातचीत होती थी, जो घटना के बाद से फरार था। इधर संदेही अनिमिष वैष्णव की पतासाजी में पुलिस टीम लग गई किन्तु अनिमिष वैष्णव न मोबाइल का उपयोग कर रहा था न ही घरवालों के संपर्क में था, अब पुलिस ने उसके साथी ड्रायवरों से एक एक कर पूछताछ की और उन्हें टीआई ने व्यक्तिगत नंबर देकर संदेही के संपर्क करने पर सूचना देने अपना मुखबीर बनाये और रणनीति कारगर साबित हुई पुलिस को मिले एक संदिग्ध नंबर के लोकेशन पर टीम रायपुर रवाना हुई और संदेही अनिमिष वैष्णव को रायपुर में पकड़ा गया
जिसने पूछताछ में गांव के ही बुधवाराम सिदार के साथ 10 जून की रात महिला की साड़ी से गला घोंटकर हत्या करने की बात कबूल की। पुलिस ने बुधवाराम को भी तुरंत गिरफ्तार कर लिया। दोनों ने बताया कि घटना वाले दिन शाम को साथ खाये-पीये तब अनिमिष वैष्णव ने बुधवाराम को महिला के घर जाने की जानकारी दी थी, अनिमिष वैष्णव पहले महिला के घर पहुंचा थोड़ी देर बाद बुधवाराम भी आ गया । दोनों को देखकर महिला डर गई और उनके गलत नीयत को भांप कर शोर मचाने की कोशिश की, जिस पर पहले उसका मुंह दबाया गया और फिर महिला के किसी को घटना बता देने के भय से दोनों ने मिलकर महिला का उसी के साड़ी से गला घोंटकर हत्या कर दिये फिर फरार हो गये । पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर हसिया का हत्था सहित अन्य सबूत बरामद किए हैं। मामले में दोनो आरोपियों को पुलिस ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इस खुलासे में निरीक्षक मोहन भारद्वाज, उप निरीक्षक मदन पाटले, प्रधान आरक्षक शंकर सिंह क्षत्री, शंभू पांडे, गोविंद बनर्जी, हरेंद्र पाल जगत, भगवती लक्ष्मे और महेंद्र पांडे की प्रमुख भूमिका रही।