
रमेश राजपूत
बिलासपुर – तखतपुर पुलिस ने शासकीय नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है। यह कार्रवाई वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के निर्देश पर की गई। मामले में खास बात यह रही कि ठगी करने वालों के साथ-साथ पैसा देने वाले व्यक्ति के खिलाफ भी पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उसे भी गिरफ्तार किया है। यह मामला बिलासपुर जिले के तखतपुर थाना क्षेत्र का है, जहां आवेदक सूर्यकांत जायसवाल ने अपने दो पुत्रों एवं एक पुत्री को खाद्य निरीक्षक, हॉस्टल अधीक्षक एवं पटवारी के पदों पर नियुक्त कराने के लिए 8 फरवरी 2022 से 5 जून 2023 के बीच विभिन्न किस्तों में कुल 43 लाख रुपये ठगों को दिए थे। आवेदक ने यह रकम विष्णु प्रसाद राजपूत, अनीश राजपूत और जावेद खान को दी थी।
शिकायत की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) कोटा से करवाई। जांच में सामने आया कि आरोपियों ने झूठे आश्वासन और फर्जी भरोसे के जरिये शासकीय सेवा में भर्ती का प्रलोभन देकर आवेदक से भारी रकम ठगी। वहीं, आवेदक द्वारा भी बिना वैधानिक प्रक्रिया के, धोखाधड़ी कर अपने बच्चों को नौकरी दिलाने का प्रयास किया गया, जो कि कानूनन गलत है। इस प्रकार यह ठगी न केवल शासन के साथ छल है बल्कि उन परीक्षार्थियों के साथ भी अन्याय है जो मेहनत और योग्यता के बल पर चयन की प्रक्रिया से गुजरते हैं।
गिरफ्तार आरोपी —
1. विष्णु प्रसाद राजपूत (67 वर्ष), निवासी निगारबंद, थाना तखतपुर
2. सीमा सोनी (29 वर्ष), निवासी विनोबा नगर, थाना सिविल लाइन
3. सूर्यकांत जायसवाल (55 वर्ष), निवासी बरेला, हाल निवास नेचर सिटी, थाना सकरी
सभी आरोपियों के खिलाफ अपराध क्रमांक 330/2024, धारा 420, 34 भादवि के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया। इस केस का एक अन्य आरोपी जावेद खान उर्फ राजा पहले से ही एक अन्य धोखाधड़ी के केस में दिनांक 03.04.2025 से जेल में निरुद्ध है।प्रकरण में आगे की जांच तखतपुर पुलिस द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अर्चना झा एवं अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) कोटा भारती मरकाम के मार्गदर्शन में की जा रही है। पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि शासकीय नौकरी पाने के लिए केवल वैध एवं पारदर्शी प्रक्रियाओं का ही पालन करें और किसी भी व्यक्ति द्वारा पैसे लेकर नौकरी दिलाने के झांसे में न आएं।