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मंगलवार शाम को अचानक स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव बाबा सिम्स के निरीक्षण के लिए पहुंच गए। अपनी कार्यशैली के लिए मशहूर स्वास्थ्य मंत्री की संवेदनशीलता उस वक्त उजागर हुई थी जब आचार संहिता के दौर में उन्हें पता चला था कि सिम्स के मरीज बिना एसी और कूलर के गर्मी में उबल रहे हैं । इस पर उन्होंने अपनी जेब से राशि खर्च कर शिम्स में कूलर और एसी उपलब्ध कराई थी । वैसी ही संवेदनशीलता उनमें मंगलवार शाम को भी नजर आई। यहां डायरिया पीड़ित एक महिला ने उन्हें शिकायत करते हुए कहा कि उनका इलाज ठीक से नहीं हो रहा है , इस पर उन्होंने उसे तत्काल अपना मोबाइल नंबर देते हुए कहा कि कोई भी परेशानी हो तो वे बेहिचक उन्हें फोन कर सकती है।
मंगलवार शाम को सिम्स पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री सबसे पहले जन औषधि केंद्र गए और वहां उपलब्ध दवाओं की जानकारी हासिल की । स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी जानना चाहा कि सिम्स में मिलने वाली निशुल्क दवा और जन औषधि की दवा में तालमेल कैसे बिठाया जाता है। उन्होंने प्रबंधन से सीजीएमएससी की दवाओं की जानकारी भी चाही। इस दौरान उन्होंने कहा पूरे प्रदेश में एंटी रेबीज इंजेक्शन की कमी है जिसे कोशिश करके जल्द ही उपलब्ध कराया जाएगा। सिम्स में निरीक्षण के लिए पहुंचे सिंह देव ब्लड बैंक भी गए और उपलब्ध ब्लड स्टॉक की जानकारी ली। उन्होंने यह भी जानना चाहा कि सिकलसेल और थैलेसीमिया पीड़ित मरीजों को किस तरह ब्लड बैंक से रक्त उपलब्ध कराया जा रहा है।
अपने निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य मंत्री किचन में गए तो हैरान रह गए। एक तो वहां रोशनी नहीं थी, ऊपर से 7:15 बजे ही सारे बर्तन धुले हुए थे। इस पर उन्होंने हैरानी जताई तो उन्हें बताया गया कि सिम्स में शाम के वक्त ही भोजन उपलब्ध करा दिया जाता है और इसलिए 7:15 बजे तक खाना खत्म हो चुका था और बर्तन धुल चुके थे, लेकिन स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि किचन में अंधेरा नहीं होना चाहिए। इससे भोजन में कीड़े मकोड़े पड़ने की आशंका रहती है। उन्होंने तत्काल किचन में बिजली की रोशनी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए । सिम्स के निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान आयुष्मान योजना के समांतर उनकी सरकार जल्द ही यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम शुरू करेगी, जिसके तहत सभी नवजातो को यूनिकोड दिया जाएगा जिसे आधार के साथ भी लिंक किया जाएगा, इससे हर तरह का इलाज मुमकिन हो पाएगा और इलाज का भुगतान भी सरकार करेगी। ओपीडी के लिए भी एक अलग से कार्ड बनाया जाएगा ।यहां तक कि लोगों को दवाएं भी नहीं खरीदनी पड़ेगी । यह व्यवस्था इतनी हाईटेक होगी कि जांच के दौरान एंट्री के साथ ही अस्पताल को भुगतान हो जाएगा और भुगतान को लेकर होने वाली समस्याएं नहीं होगी।
सिम्स के निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य मंत्री 100 बिस्तर वाले नए वार्ड भी गए तो वहां डायरिया पीड़ित मरीज ने अपनी शिकायत दर्ज कराई, जिस पर उन्होंने संवेदनशीलता का परिचय देते हुए अपना मोबाइल नंबर देते हुए कहा कि किसी भी समस्या के वक्त उन्हें फोन किया जा सकता है ।नवजातो के एनआईसीयू वार्ड में जानकारी लेने पर उन्हें बताया गया कि 20 नए वेंटिलेटर की आवश्यकता है। इस पर उन्होंने कहा कि वेंटिलेटर की संख्या दस दस कर बढ़ाई जाए। वहीं उन्होंने विधायक शैलेश पांडे के विधायक मद से एक लाख रुपये अस्पताल को देने के लिए भी कहा। मुंगेली जिले में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव बाबा अचानक तखतपुर, बिलासपुर विधायक के साथ सिम्स के निरीक्षण के लिए पहुंच गए । औचक निरीक्षण की बात सुनकर सिम्स प्रबंधन के हाथ पाव फूल चुके थे, लेकिन स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सिम्स के हालात पहले से बेहतर हो रहे हैं, मगर अभी भी सुधार की गुंजाइश है और इसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा।