
जुगनू तंबोली
रतनपुर – धार्मिक नगरी रतनपुर में जन्माष्टमी का पर्व इस वर्ष भी बड़े ही हर्षोल्लास एवं भव्यता के साथ मनाया गया। इस अवसर पर नगर के सभी राधा कृष्ण मंदिरों को आकर्षक रूप से सजाया गया, वहीं भीम चौक स्थित श्री राधा माधव धाम में श्रद्धालुओं का विशेष उत्साह देखने को मिला। श्री राधा माधव धाम का निर्माण वर्ष 2011 में हुआ था, जहां राधा-कृष्ण की मनोहारी प्रतिमा विराजमान है। पूरे वर्ष यहां विविध धार्मिक आयोजन होते रहते हैं, किंतु कृष्ण जन्मोत्सव का महत्त्व विशेष है। इस अवसर पर पंच दिवसीय प्राकट्य महोत्सव का शुभारंभ हुआ, जिसके अंतर्गत प्रतिदिन सुबह से भजन-संकीर्तन का आयोजन किया जा रहा है। स्थानीय कलाकारों के मधुर भजनों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा। जन्माष्टमी की रात मंदिर परिसर “हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की” के जयघोषों से गूंज उठा।
श्रद्धालु नाचते-गाते श्रीकृष्ण के जन्म की खुशी में डूब गए और संपूर्ण नगर कृष्ण भक्ति में सराबोर हो गया। बाल स्वरूप में झूले पर विराजमान भगवान श्रीकृष्ण की झांकी भक्तों को अत्यंत मनमोहक लगी। मंदिर को रंग-बिरंगी झालरों, पुष्पों और रोशनी से सजाया गया, जो श्रद्धालुओं को आकर्षित कर रही है। मंदिर प्रबंधन समिति के महंत श्री दिव्यकान्त शर्मा ने जानकारी दी कि यह उत्सव आगामी पांच दिनों तक जारी रहेगा। प्रतिदिन विभिन्न धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा। विशेष रूप से वृंदावन से पधारीं सुप्रसिद्ध भजन गायिका कौशिल्या वैष्णव प्रत्येक रात्रि 9 बजे से भजन संध्या प्रस्तुत करेंगी। साथ ही स्कूली छात्र-छात्राओं के लिए चित्रकला एवं रूप सज्जा प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी, जिसमें भगवान कृष्ण की लीलाओं को प्रदर्शित किया जाएगा। अंतिम दिन 9 सितंबर को भगवान की छट्ठी जागरण का आयोजन होगा। इसके पश्चात् विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया जाएगा। संपूर्ण आयोजन को लेकर श्रद्धालुओं में अत्यधिक उत्साह देखा जा रहा है और प्रतिदिन भारी संख्या में भक्त मंदिर पहुंच रहे हैं।