
रमेश राजपूत
बिलासपुर – जिले में प्रतिबंधित एवं मादक दवाइयों की अवैध बिक्री पर रोक लगाने बिलासपुर पुलिस और औषधि विभाग ने संयुक्त अभियान चलाया। गुरुवार 21 अगस्त को जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में मेडिकल दुकानों की विशेष चेकिंग की गई। इस दौरान कुल 44 मेडिकल स्टोर्स का निरीक्षण कर संचालकों को सख्त निर्देश दिए गए कि वे केवल पंजीकृत डॉक्टर की पर्ची पर ही दवाइयां उपलब्ध कराएं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बिलासपुर रजनेश सिंह के निर्देश पर यह अभियान चलाया गया।

उन्होंने स्पष्ट कहा कि जिले में अवैध मादक पदार्थों, इंजेक्शन, टेबलेट और सिरप की बिक्री किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसी कड़ी में पुलिस और ड्रग इंस्पेक्टरों की टीम ने अलग-अलग थाना क्षेत्रों में जाकर मेडिकल स्टोर्स के स्टॉक रजिस्टर और दवाइयों की बिक्री का रिकॉर्ड जांचा। जांच के दौरान मेडिकल संचालकों को चेतावनी दी गई कि यदि बिना पर्ची के नशीली दवाइयों की बिक्री पाई जाती है तो कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। टीम ने यह भी समझाइश दी कि नशे से युवाओं को बचाने के लिए समाज और मेडिकल व्यवसायियों को एकजुट होकर जिम्मेदारी निभानी होगी। अभियान के तहत थाना सिविल लाइन क्षेत्र में 4, सरकंडा में 7, कोनी में 5, तोरवा में 3, तारबाहर में 6, सिटी कोतवाली में 6, सिरगिट्टी में 7 और सीपत क्षेत्र में 6 मेडिकल दुकानों की चेकिंग की गई। इस तरह कुल 44 मेडिकल स्टोर्स की जांच की गई।

संयुक्त टीम ने साफ किया कि भविष्य में भी ऐसे अभियान लगातार जारी रहेंगे और जिले के सभी मेडिकल स्टोर्स पर निगरानी रखी जाएगी। पुलिस का कहना है कि इस कार्रवाई का उद्देश्य मेडिकल संचालकों को अवैध गतिविधियों से दूर रखकर आम जनता, खासकर युवाओं को नशे की लत से बचाना है।