
रमेश राजपूत
जांजगीर-चाम्पा – पुलिस ने एक ऐसी साजिश का पर्दाफाश किया है जिसमें युवक ने बीमा की रकम पाने के लिए खुद को मृत घोषित करने की योजना बनाई थी। मामला पामगढ़ थाना क्षेत्र के तनौद गांव का है। 19 अगस्त को तिलकराम श्रीवास ने अपने पुत्र कौशल श्रीवास उम्र 21 वर्ष के गुम होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। युवक का मोटरसाइकिल, जूता और मोबाइल शिवनाथ नदी के पैसर पुल के पास मिला था, जिससे परिवार ने अनहोनी की आशंका जताई। पुलिस अधीक्षक विजय कुमार पांडेय के निर्देशन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कश्यप के मार्गदर्शन में पामगढ़ पुलिस और साइबर टीम ने जांच शुरू की। जांच में सामने आया कि युवक ने अपने दोस्त को इंस्टाग्राम पर सुरक्षित होने का संदेश भेजा था। इसके बाद पुलिस ने तकनीकी विश्लेषण कर युवक की लोकेशन ट्रेस की। 23 अगस्त को तोरवा, बिलासपुर में साइबर टीम ने परिजनों की मदद से गुमशुदा कौशल को सकुशल बरामद किया। पूछताछ में युवक ने बताया कि उसके पिता पर लाखों का कर्ज है और उसका 40 लाख रुपये का बीमा हुआ है। कर्ज से छुटकारा दिलाने के लिए उसने खुद को मृत दिखाकर बीमा की राशि हासिल करने की योजना बनाई थी। इसके लिए उसने पैसर पुल पर बाइक और मोबाइल छोड़कर खुद को नदी में कूदने की झूठी कहानी रची और दिल्ली तक की यात्रा भी की।
पुलिस ने युवक को सुरक्षित परिजनों को सौंप दिया है तथा उसके खिलाफ गुमराह करने का मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है। इस पूरे प्रकरण में साइबर सेल जांजगीर और थाना पामगढ़ पुलिस की सराहनीय भूमिका रही।