
डेस्क

2 दिन पहले मुंगेली के पड़ाव चौक में दो शराबी आतंक मचा रहे थे , जिनकी शिकायत के बाद मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी आशीष अरोरा एक पुलिस आरक्षक और एक ट्रैफिक जवान ने मिलकर किसी तरह हेमचंद जोशी और जगदीश ओगरे नाम के अपराधियों पर काबू पाया। उन्हें ऑटो में बैठाकर थाने लाने के दौरान दोनों पुलिस के साथ भी जमकर गाली गलौज और धक्का-मुक्की भी करने लगे। जिसके बाद थाना प्रभारी और आरक्षक को हल्के बल का प्रयोग करना पड़ा। इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद चारों तरफ पुलिस कार्यवाही का विरोध होने लगा है और सोशल मीडिया पर इसे ट्रैफिक जांच के दौरान वसूली करने नागरिकों पर की जा रही बर्बरता के तौर पर पेश किया गया। इसके बाद जब दोनों अपराधियों को पकड़ कर थाने ले जाया गया तो वे थाने में भी हंगामा मचाने लगे । महिला पुलिसकर्मी के सामने ही गंदी गंदी गालियां बकते हुए पुलिसकर्मियों की नौकरी खा जाने की धौंस देने का वीडियो भी सामने आया है। जिसमे वे यह कहते सुने गए कि पुलिस अधिकारी उनसे माफी मांगे। इधर इस घटना का वीडियो देखने के बाद आईजी प्रदीप गुप्ता ने इसे अमर्यादित माना और मुंगेली एसपी सीडी टंडन को मामले की विभागीय जांच करने का आदेश दिया ।इसके बाद एडिशनल एसपी चंदेल को जांच का जिम्मा सौंपा गया है। इस मामले में फिलहाल मुंगेली दो भागों में बटा नजर आ रहा है। एक पक्ष जहां अपराधियों के साथ है तो वही दूसरा पक्ष पुलिस कार्यवाही का समर्थन करता दिख रहा है। लोगों का दावा है कि दोनों अपराधी शराब पीकर गाली गलौज व्यापारियों से लूटपाट और महिलाओं के साथ छेड़छाड़ कर रहे थे और पुलिस के आने पर भी उनकी हरकतों में कोई बदलाव नहीं आया और वे उल्टे पुलिस से ही भिड़ गए, इसलिए जैसे को तैसा के तर्ज पर पुलिस को सख्ती बरतनी पड़ी। अगर ऐसी कार्यवाहीओं के बाद पुलिस के हाथ बांधे जाएंगे तो भविष्य में पुलिस अपराधियों के आगे नतमस्तक नजर आएगी और उनके हौसले टूटेंगे। इसलिए ऐसी जांच की निंदा मुंगेली का एक बड़ा वर्ग कर रहा है। वही सोशल मीडिया पर केवल उसी वीडियो को वायरल किया जा रहा है। जिसमें दोनों शराबी युवकों पर पुलिस ने सख्ती की है ,लेकिन षड्यंत्र के तहत उस वीडियो का जिक्र तक नहीं किया जा रहा, जिसमें अपराधी थाने में हंगामा मचाते और उद्दंडता करते नजर आ रहे हैं। हालांकि इस पूरे घटनाक्रम के बाद भी पुलिस ने बिना किसी कार्यवाही के सिर्फ चेतावनी देकर दोनों को छोड़ दिया था लेकिन अब उल्टे उन्हीं पुलिसकर्मियों पर गाज गिरती नजर आ रही है, जिन्होंने दोनों को मौके पर जाकर गिरफ्तार करने की कोशिश की थी।
