
रमेश राजपूत
बिलासपुर – बलौदाबाजार जिले के बिटकुली गांव के ध्रुव परिवार का सोमवार का धार्मिक सफर मातम में बदल गया। परिवार मरहीमाता मंदिर दर्शन के बाद लौट रहा था, तभी मंदिर के पास नाले की पुलिया पर बह रहे पानी ने छह लोगों को अपनी चपेट में ले लिया। इनमें से तीन बच्चों सहित चार की मौत हो गई, जबकि दो लोगों को किसी तरह सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। डीएसपी नुपूर उपाध्याय ने बताया कि बिटकुली निवासी ध्रुव परिवार बस से मरहीमाता दर्शन के लिए भनवारटंक आया था। दर्शन के बाद परिवार ने वहीं भोजन भी किया और फिर बलौदाबाजार लौटने की तैयारी करने लगा। इस बीच अचानक जंगल क्षेत्र में तेज बारिश हुई, जिससे मंदिर के पास का नाला उफान पर आ गया। कुछ ही देर में पानी पुलिया के ऊपर से बहने लगा। स्थिति को खतरनाक देखते हुए बस ड्राइवर ने यात्रियों को वाहन से उतारकर पैदल पुलिया पार करने की सलाह दी। इसी दौरान हादसा हो गया। नाले को पार करते वक्त छह लोग पानी के तेज बहाव में बह गए। परिवार के सदस्यों ने हिम्मत दिखाते हुए दो लोगों को बचा लिया, लेकिन चार लोग पानी में बहते चले गए। चीख-पुकार सुनकर आसपास के ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए और पुलिस को सूचना दी। थोड़ी ही देर में बेलगहना पुलिस की टीम घटनास्थल पर पहुंची और तलाश शुरू की। कुछ ही समय में तीन बच्चों मितांश ध्रुव 5 वर्ष निवासी बिटकुली, गौरी ध्रुव 13 वर्ष निवासी बिटकुली और मुस्कान ध्रुव 12 वर्ष निवासी परसदा, बिलासपुर के शव बरामद कर लिए गए। वहीं बलराम ध्रुव 45 वर्ष निवासी परसदा, बिलासपुर का देर रात तक कोई सुराग नहीं मिल पाया। पुलिस ने हादसे की जानकारी एसडीआरएफ को दी, जिसके बाद देर रात ही बचाव दल भनवारटंक रवाना हो गया। आज सुबह बलराम ध्रुव की भी लाश बरामद कर ली गई। ग्रामीण और परिजन पूरी रात तलाश में जुटे रहे। इस दर्दनाक हादसे ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है।