
डेस्क
इन दिनों लंबे अरसे बाद आई छत्तीसगढ़ी फिल्म हस झन पगली फस जाबे के प्रति दर्शकों का अनोखा प्यार नजर आ रहा है। लगभग पूरे प्रदेश में फिल्म के सभी शो हिट जा रहे हैं। इसलिए जिस जिस सिनेमाघर में यह फिल्म प्रदर्शित हो रही है, वहां भारी भीड़ नजर आ रही है। और लंबे अरसे बाद टिकट काउंटर पर भी लंबी कतार और गहमागहमी नजर आ रही है। मुंगेली में भी यह फिल्म मनु राज टॉकीज में प्रदर्शित हो रही है। पहले दिन से ही यहां भारी भीड़ होने की वजह से टॉकीज के मालिक अनिल सोनी ने पुलिस प्रशासन से गुहार लगाई थी कि वे यहां सुरक्षा के लिहाज से अतिरिक्त बल भेजे, लेकिन पुलिस ने उनकी बातों को खास तवज्जो नहीं दिया और उसका खामियाजा मंगलवार को नजर आ गया।
मंगलवार को टिकट काउंटर पर दो युवक आपस में भिड़ गए । जिन्हें समझाइश देने टिकट काउंटर में मौजूद बुकिंग क्लर्क राजू बढगैय्या ने अपने साथी सलारु के साथ पहुंचे और किसी तरह दोनों युवकों को छुड़ाया। लेकिन इसके बाद दोनों युवक टॉकीज के कर्मचारियों से ही भिड़ गए और मारपीट करने लगे। इसकी खबर तुरंत टॉकीज के मालिक ने पुलिस को दी और पुलिस दोनों युवकों को थाने ले गई । लेकिन इसी बीच राजनीतिक दल के कुछ नेता थाने पहुंच गए और मामले को रफा-दफा कराते हुए दोनों युवकों को बिना किसी कार्यवाही के छुड़ा लिया। और इसके गंभीर नतीजे भी थोड़ी देर में ही सामने आ गए। टॉकीज में मारपीट करने वाले दोनों युवकों में से एक, पुलिस थाने से छूटते ही कहीं से पेट्रोल लेकर वापस मनु राज टॉकीज पहुंचा और यहां टिकट काउंटर पर बैठे बुकिंग क्लर्क राजू बढगैय्या के ऊपर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी।
इससे राजू बढगैय्या धू-धू कर जल उठा। वही उसका साथी सलारु भी आग की चपेट में आ गया। राजू बढगैय्या को जिंदा जला दिया जाने के बाद पूरे टॉकीज में हड़कंप मच गया और लोग इधर-उधर भागने लगे। टॉकीज परिसर में भगदड़ की स्थिति बन गई और मौका पाकर वह अज्ञात युवक भाग खड़ा हुआ। किसी तरह सिनेमा थिएटर के कर्मचारियों ने अग्निशमन यंत्रों की मदद से राजू बढ़गैया के शरीर में लगी आग को बुझाया, लेकिन तब तक वह 30% से अधिक जल चुका था और उसकी हालत गंभीर हो उठी थी। राजू बढगैय्या को तुरंत मनु राज टॉकीज के पास ही स्थित एक अस्पताल ले जाया गया लेकिन उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे बिलासपुर रिफर कर दिया गया। बिलासपुर के निजी ट्रामा सेंटर में फिलहाल राजू का इलाज चल रहा है
हालांकि इस घटना के बाद मनु राज टॉकीज में एसडीओपी और कोतवाली थाने के टीआई भी पहुंच गए और एक बार फिर आरोपी युवक सौरभ चौहान की तलाश शुरू कर दी गई। सिनेमा घर के मालिक और मुंगेली प्रेस क्लब के अध्यक्ष अनिल सोनी का कहना है कि अगर उनकी बात मान कर शुरू से ही पुलिस की व्यवस्था सिनेमाघर में की जाती तो फिर यह घटना नहीं घटती। इन दिनों सिनेमा हॉल दर्शकों के लिए तरस रहा है । ऐसे में लंबे अर्से बाद आई किसी छत्तीसगढ़ी फिल्म को जिस तरह रिस्पांस मिल रहा है उसके चलते कई अप्रिय घटना भी घट रही है। 2 दिन पहले बिलासपुर के सत्यम सिनेमा घर में भी इसी फिल्म के एक शो में एक दर्शक पर मोबाइल से रिकॉर्डिंग करने का आरोप लगाते हुए सिनेमाघर के कर्मचारियों ने उसकी पिटाई करते हुए सर फोड़ दिया था। और अब एक बदमाश ने सिनेमाघर के कर्मचारी पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी। इसलिए जरूरी है कि जब तक यह फिल्म हस झन पगली फस जावे के शो हाउसफुल जा रहे हो, तब तक सुरक्षा के इंतजाम किया जाए। वैसे मुंगेली के लोगों और सिनेमा हॉल के मालिक की इस बात पर भी नाराजगी है कि जब टॉकीज में हंगामा मचाने वाले युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया था तो फिर उन्हें छोड़ क्यों दिया गया। अगर उन्हें छोड़ा नहीं जाता तो फिर जाहिर है यह बड़ी घटना नहीं घटती। वहीं इसके पीछे क्षेत्र के उन नेताओं को भी लोग जिम्मेदार ठहरा रहे हैं जो अपने निजी स्वार्थ के लिए ऐसे असामाजिक तत्वों को संरक्षण देते हैं और उनके मददगार बनकर ऐसे अपराधों के पीछे की वजह बनते हैं। इस घटना के बाद एक तरफ जहां मुंगेली में तनाव की स्थिति है, वही पुलिस और प्रशासन के प्रति भी लोगों की नाराजगी देखी जा रही है।