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वन विभाग के लिए बुरा दौर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा । एक तरफ कानन पेंडारी में गर्भवती मादा दरियाई घोड़े की मौत का मामला पूरे प्रदेश में गरमाया हुआ है ,वही पोड़ी के जंगलों में एक नर चीतल का शव मिला है। कानन पेंडारी में मादा हिप्पोपोटेमस की अचानक हुई मौत के बाद मामले में लीपापोती की कोशिश की जा रही है। बताया जा रहा है कि उसकी मौत हार्ट अटैक से हुई है, लेकिन मादा दरियाई घोड़े की मौत के लिए जांच कमेटी बना दी गई है और 12 सैंपल भी टेस्ट के लिए भेजे गए हैं । मुमकिन है कि वन मंत्री मोहम्मद अकबर भी इसकी जानकारी लेने के लिए बिलासपुर पहुंचे । इसी बीच रतनपुर क्षेत्र के पोड़ी के जंगल में एक नर चीतल का शव मिला है । ग्रामीण आशंका जता रहे हैं कि शिकार करने के लिए शिकारियों ने उसे जहर दिया है, लेकिन वन विभाग अभी कुछ भी कहने से बच रहा है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है । वैसे इन दिनों जंगल में पीने को पानी ना के बराबर है। इसलिए जानवर ग्रामीण इलाकों का रुख कर रहे हैं। कई बार पानी ना मिलने से भी जंगली जानवरों की मौत हो रही है । वही जंगल से बाहर आने की वजह से उनके शिकार की आशंका भी हर वक्त बन रही है। पोड़ी के जंगल में मिले चीतल की मौत आखिर किस वजह से हुई है , जांच रिपोर्ट आने के बाद ही इस पर से पर्दा उठ सकता है। लेकिन एक के बाद एक जंगली जानवरों की मौत होने से वन विभाग की नींद जरूर उड़ गई है।