
डेस्क
नए अधिकारी के आते ही व्यवस्थाएं बदलने लगी है। पूर्व में बाहर से आमंत्रित विशेषज्ञों ने महाराणा प्रताप चौक को प्रयोगशाला बनाते हुए ऐसे ऐसे उटपटांग निर्णय लिए, जिसका खामियाजा वर्षभर बिलासपुर वासियों ने भोगा। बिलासपुर के व्यस्त मार्ग में से एक महाराणा प्रताप चौक पर यातायात को बड़े ही हास्यास्पद ढंग से वनवे कर दिया गया था। व्यापार विहार से रिंग रोड जाने वाले चालकों को ओवर ब्रिज के नीचे से घूमकर जाना पड़ रहा था, तो वही रिंग रोड से व्यापार विहार जाने के लिए राजीव गांधी चौक तक जाने की मजबूरी थी । ऐसा लंबे वक्त तक चला। जिसके बाद बिलासपुर में अपनी जिम्मेदारी संभालते ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इरफान उल रहीम खान ने एक बड़ी तब्दीली की है। उनके द्वारा मंगलवार को प्रायोजित प्रायोगिक तौर पर यहां के बैरिकेट्स हटाकर ने वे को समाप्त किया गया और नगर निगम और जिला प्रशासन की मदद से इस चौक पर इलेक्ट्रॉनिक यातायात सिग्नल आरंभ किया गया।
पहले ही दिन यह प्रयोग काफी सफल रहा । यातायात के जवानों और इलेक्ट्रॉनिक सिगनल, ब्लिंकर्स की मदद से यहां सुगम यातायात संपन्न कराया गया।रायपुर की ओर जाने वाले मुख्य मार्ग पर हमेशा ही भारी वाहनों का दबाव रहता है, लेकिन पुरानी व्यवस्था के चलते उसमें काफी अड़चन आ रही थी और लोगों को भी लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी। इस कारण वे भी नाराज थे लेकिन एक अफसर की सूझबूझ से ही व्यवस्थाये वापस पटरी पर आती नजर आ रही है। मंगलवार को दिन भर यहां सुगम यातायात संपन्न हुआ, जिससे उत्साहित अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इरफान खान जल्द ही इसे स्थायी व्यवस्था के रूप में तब्दील कर सकते हैं । महाराणा प्रताप चौक पर इलेक्ट्रॉनिक यातायात सिग्नल आरंभ हो जाने से लोगों को बेवजह लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी। उम्मीद है, अब इस चौराहे को पहले की तरह प्रयोगशाला नहीं बनाया जाएगा और इसी तरह व्यवस्था कर व्यवस्थित यातायात यहां संपन्न कराई जाएगी।