
अनजाने में किए गए अपराध की वजह से मोर पालने वाले ग्रामीण पर किसी तरह की कानूनी कार्यवाही नहीं की गई
बिलासपुर प्रवीर भट्टाचार्य
राष्ट्रीय पक्षी मोर का शिकार ही नहीं बल्कि उसे पालना भी प्रतिबंधित है। लेकिन आम ग्रामीण इससे अनभिज्ञ है। वन विभाग को सूचना मिली कि मरवाही वन मंडल की खोडरी वन परिक्षेत्र की बस्ती आम गांव में रहने वाला कम पढ़ा लिखा गरीब मजदूर लगीन सिंह अपने घर में दो मोर के बच्चों को पाल रहा है। दोनों मोर उसके घर में खुले में घूमते अक्सर देखे जाते थे ।सूचना के बाद वन मंडल अधिकारी मरवाही एवं उप वन मंडल अधिकारी के निर्देश पर वन विभाग द्वारा ग्रामीण के घर छापा मारा गया, जहां से दोनों मोर के बच्चों को अपने आधिपत्य में लेकर उन्हें सुरक्षित मिनी जू कानन पंडारी भेजा गया। इस दौरान अनजाने में किए गए अपराध की वजह से मोर पालने वाले ग्रामीण पर किसी तरह की कानूनी कार्यवाही नहीं की गई, अलबत्ता उसे समझाइश जरूर दी गई। साथ ही वन्य प्राणियों की सुरक्षा के प्रति जागरूकता लाने के प्रयास के साथ जंगलों में रहने वालों को जागरूक किया जा रहा है।