
डेस्क
ये सुनकर शायद आप हैरान रह जाए, लेकिन बात सोलह आने सच है। रतनपुर में रहने वाला एक अधेड़ इसलिए परेशान था क्योंकि उसके पड़ोसी रोज आधी रात को आकर उसके घर का दरवाजा खटखटाते थे, और दरवाजा खोलने के लिए बाध्य करते थे । वह अपने पड़ोसियों से इस कदर खौफजदा और दहशत में था कि वह रात में ताला लगा कर सोता था, लेकिन फिर भी रोज रात में पड़ोसी आते और दरवाजा खटखटा कर उसे परेशान करते। उसने इसकी शिकायत 3 जुलाई को रतनपुर थाने में भी की थी, लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया।
नतीजतन तंग आकर उसने खुदकुशी कर ली। करैया पारा रतनपुर में रहने वाला 55 वर्षीय अशोक कुमार कश्यप अपने पड़ोसियों से तंग था। पुलिस में शिकायत करने के बाद भी जब पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की तो उसका हौसला टूट गया और उसने अपने घर में लगे पंखे की हुक में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी । सूचना पाकर जब रतनपुर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को नीचे उतार कर उसकी जेब की तलाशी ली तो जेब में से एक सुसाइड नोट और पुलिस में की गई शिकायत की कॉपी प्राप्त हुई । सुसाइड नोट में भी मृतक अशोक कश्यप ने पड़ोसियों से तंग होने और पुलिस द्वारा कार्यवाही नहीं करने का जिक्र किया है। पुलिस पूछताछ में पता चला कि सुबह भी अशोक ने फांसी लगाने की कोशिश की थी लेकिन ऐसा करते उसके बेटे मोहन कश्यप ने देख लिया था, जिसने उसके हाथ से फांसी लगाने के फंदे को छीन लिया था, लेकिन जब वह नहाने चला गया तो फिर एकांत पाकर उसके पिता ने फांसी लगा ही ली। इसके पीछे जहां परिजन पड़ोसियों को जिम्मेदार मान रहे हैं वहीं पुलिस को भी कम दोष नहीं दे रहे ,जिनकी लापरवाही के चलते ही अशोक कश्यप को खुदकुशी का निर्णय लेना पड़ा। फिलहाल पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच कर रही है।