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रतनपुर में प्रेस करने के दौरान एक छात्र की मौत के कुछ घंटे बाद ही बेलगहना क्षेत्र में एक डेढ़ साल की बच्ची बिजली की चपेट में आकर चल बसी। मामला बेलगहना थाना क्षेत्र के कोचरा के पास जरगा गांव का है। जहां डेढ़ साल की छोटी सी बच्ची अपने घर के बाहर खेल रही थी। घर के बाहर ही बिजली का खंभा भी मौजूद था और खंभे से अर्थिंग का तार जमीन को छू रहा था। खेलने के दौरान डेढ़ साल की मासूम बच्ची ने अनजाने में उस तार को छू लिया और तेज झटके की वजह से बेहोश हो गई। घबराए परिजन पहले उसे लेकर बेलगहना के निजी चिकित्सक के पास पहुंचे लेकिन डॉक्टर ने गंभीर मामला देखते हुए उसे रतनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया। जहां पहुंचते ही डॉक्टरों ने बच्ची की जांच की और उसे मृत घोषित कर दिया।
भगत राम यादव की बेटी श्रद्धा यादव हर दिन की तरह शाम के वक्त अपने घर के पास खेल रही थी। उसके अभिभावक भी नहीं जानते थे कि डेढ़ साल की फूल सी बच्ची खेल खेल में जिंदगी की जंग हार जाएगी। घर के आंगन के पास स्ट्रीट लाइट का खंबा बच्ची के लिए काल साबित हुआ। खंबे से लगे अर्थिंग के तार को छूते ही श्रद्धा को बिजली का जोर का झटका लगा और श्रद्धा उससे चिपक गई। पास ही मौजूद बच्ची के पिता भगतराम यादव ने इस नजारे को देखा और किसी तरह एक डंडे की मदद से बच्ची को तार से अलग किया ।फिर वे उसे लेकर भागे भागे बेलगहना के एक निजी चिकित्सक के पास पहुंचे, जिसने उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाने की सलाह दी, लेकिन रास्ते में ही श्रद्धा ने दम तोड़ दिया। बरसात का मौसम आने के साथ बिजली के नंगे तारों की वजह से करंट लगने का खतरा बढ़ गया है। इससे पहले भी रतनपुर क्षेत्र में बिजली की चपेट में आकर दो बच्चों की मौत हाल ही में हो चुकी है। यह तीसरी वारदात है। हर तरफ नमी होने की वजह से बिजली के तारों से संपर्क में आने वाली दीवारों, खंभों और अर्थिंग तार में भी बिजली होने की संभावना बढ़ गई है। ऐसे में अभिभावकों को अतिरिक्त सतर्कता बरतनी होगी ।
श्रद्धा यादव के परिजनों ने भी कभी नहीं सोचा था कि उनके घर के सामने लगा बिजली का खंबा एक दिन उनकी बेटी के लिए काल साबित होगा । मामले की विवेचना में जुटी पुलिस ने मर्ग कायम कर लिया है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।