
डेस्क
ज़िला कांग्रेस कमेटी और शहर कांग्रेस कमेटी के शहर अध्यक्ष नरेंद्र बोलर ,प्रवक्ता ऋषि पांडेय,ज़िला महामंत्री अभिषेक सिंह,पार्षद रमाशंकर बघेल ,कार्यालय सचिव सुभाष ठाकुर ,प्रतीक सिंह ठाकुर ने सिविल थाना पहुंच कर भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी के विरुद्ध अपने बयान से जनता के बीच कांग्रेस और उनके राष्ट्रिय अध्यक्ष राहुल गांधी की छबि खराब करने के लिए भारतीय दंड संहिता की धारा 504,505,511 व अन्य उचित धारा लगा कर गिरफ्तारी की मांग की ।
भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी द्वारा कथित तौर पर राहुल गांधी कोकीन लेने वाला नशेड़ी बताए जाने से कांग्रेसी खफा है। हालांकि ऐसी बातें सुब्रमण्यम स्वामी लंबे वक्त से करते आए हैं ।उनका दावा है कि ड्रग्स लेने के आरोप में राहुल गांधी की गिरफ्तारी अमेरिका में हुई थी और तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने मध्यस्थता कर उनकी रिहाई करवाई थी । वे इसके लिए अक्सर अटल बिहारी बाजपेई को कोसते भी नजर आते हैं। उनका दावा है कि अगर अटल बिहारी बाजपेई उस वक्त भावनाओं में बहकर यह कदम नहीं उठाते तो राहुल गांधी आज जेल में सड़ रहे होते।
उनके इसी बयान को एक बार फिर दोहराने से कांग्रेसी खासे नाराज हैं। इसी मामले में पत्थलगांव में भी कांग्रेसियों ने शिकायत दर्ज की है। जाहिर है यह राष्ट्रीय मामला है और सुब्रमण्यम स्वामी बार बार कांग्रेस को यही चुनौती देते हैं कि उनके द्वारा लगाए गए आरोपों के खिलाफ कांग्रेस कभी कोर्ट में नहीं जाती, क्योंकि कांग्रेसी खुद जानते हैं कि उनके लगाए गए आरोप सच्चे हैं। लेकिन इस बार कांग्रेसियों ने उनके खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराना शुरू कर दिया है। जिससे मुमकिन है कि यह मामला रंग पकड़े। इधर सिविल लाइन में सहायक उप निरीक्षक भरत राठौर ने कहा कि चूँकि इस प्रकरण पर पत्थल गांव थाने में एफ़ आई आर हो चुकी है, इसलिये इस आवेदन को बड़े अधिकारियो के पास भेज जा रहा है ,जैसा आगे निर्देश होगा , समुचित कार्यवाही की जायेगी । इस मौके पर शहर अध्यक्ष नरेंद्र बोलर ने कहा कि भाजपा ने अपने सभी
सांसद,विधायक,पदाधिकारी,कार्यकर्ताओ सहित अपनेआई टी सेल को एक मात्र काम में लगा रखा है कि किसी भी तरह से कांग्रेस और उसके राष्ट्रिय अध्यक्ष को बदनाम किया जाये ,इसी कड़ी के तहत सुब्रमण्य स्वामी का बयान आया है,सुब्रमण्यम स्वामी उच्च शिक्षित,सुप्रीम कोर्ट के नामी वकील है पर उनकी हरकते एक अशिक्षित ,और गैरजिम्मेदाराना व्यक्ति जैसा है ,स्वामी ने जिस भाषा के साथ राहुल।गांधी को नशे का आदी कहा है ,यह स्वामी की हताशा, नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में जगह न मिलना,और बड़बोलेपन का नतीजा है ,स्वामी ने उल जुलूल बयान देकर नरेंद्र मोदी और आर एस एस के सामने अपना मेरिट बढ़ाने का नायाब तरीका निकाला है । कांग्रेस ऐसे व्यक्तव्य का विरोध करती है जो सामाजिक,राजनितिक शुचिता को दर किनार कर केवल सत्ता पाने के लिए विरोधियो का चरित्र हनन करती हो।
कांग्रेस ने मांग की है कि स्वामी के विरुद्ध क़ानूनी कार्यवाही नही की जाती है तो कांग्रेस आगे की रणनीति बनाकर आंदोलन करेगी । लंबे वक्त से सुब्रमण्यम स्वामी गांधी परिवार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं । उनके द्वारा सोनिया गांधी के सम्बन्ध में अक्सर यह सवाल भी किया जाता है कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाय बेचते थे तो फिर कांग्रेस भी बताएं कि उनकी नेता सोनिया गांधी इटली में क्या काम करती थी। जवाब में वे बताते हैं कि सोनिया गांधी बार में काम किया करती थी। साथ ही वे अक्सर यह भी कहते हैं कि यह सच्चाई उजागर ना हो जाए इसीलिए कांग्रेसी इस मुद्दे पर बहस नहीं करते। लेकिन इस बार जिस तरह से कांग्रेसियों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोलने का इरादा किया है, उससे जाहिर है जंग आमने सामने होगी और देश के जाने-माने वकील होने के नाते सुब्रमण्यम स्वामी की तरकस में भी ऐसे कई तीर हैं जो कांग्रेसियों को भी आहत कर सकते है, यानी कुल मिलाकर यह जंग दिलचस्प होने वाली है। छत्तीसगढ़ में 50 से अधिक स्थानों पर राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराने पर उन्होंने हैरान होते हुए कहा है कि इससे पहले पुलिस को डोप टेस्ट करा कर मामले की सच्चाई का पता लगाना चाहिए था।