
डेस्क
पानी की किल्लत आवास में घोटाला और पट्टा वितरण में धांधली के खिलाफ सिरगिट्टी नगर पंचायत के नागरिकों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने जनप्रतिनिधियों को उनके ही दफ्तर में बंधक बना लिया करीब 4 घंटे तक चले हंगामे के बाद किसी तरह मामला शांत कराया गया
सिरगिट्टी नगर पंचायत में समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। लगातार समस्याओं से दो-चार हो रहे नागरिकों के सब्र का बांध आखिरकार सोमवार को फूट पड़ा और सैकड़ों की संख्या में सिरगिट्टी क्षेत्र के नागरिक पंचायत कार्यालय पहुंच गए और यहां अध्यक्ष समेत पुलिस प्रशासन के खिलाफ भी नारेबाजी शुरू कर दी। नागरिकों का आरोप है कि यहां भले ही अध्यक्ष केसरी इंगोले हो लेकिन नगर पंचायत पर अवैध रूप से उनके पति सुंदर सिंह का कब्जा है। बिना किसी पद के वे यहां अपनी मनमानी चलाते हैं और जमकर उनके द्वारा भ्रष्टाचार किया जा रहा है। यही वजह है कि इस क्षेत्र में समस्याएं खत्म होने का नाम नहीं ले रही। इस भीषण गर्मी में यहां लोग जल समस्या से दो-चार हो रहे हैं । पीने को पानी नहीं लेकिन नगर पंचायत अध्यक्ष के पति वार्ड में टैंकर भेजने की जगह मुनाफा कमाकर पानी का टैंकर इंडस्ट्रियल एरिया में भेज रहे हैं, जिसे लेकर लोगों में गहरा आक्रोश है।
यहां पहुंचे नागरिकों का गुस्सा इस कदर बढ़ा कि उन्होंने गेट पर ताला लगा कर भीतर मौजूद अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को बंधक बना लिया ।अधिकारियों को बंधक बनाने की खबर पाकर भागी भागी पुलिस पहुंची लेकिन नागरिकों के आगे उनकी भी एक न चली। करीब 4 घंटे तक नागरिकों ने अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को बंधक बनाए रखा। इस दौरान उन्होंने नारेबाजी करते हुए अपनी मांग दोहराई। प्रधानमंत्री आवास योजना में भारी घोटाले का आरोप लगाते हुए हितग्राहियों को आवास नहीं मिलने की बात कहीं गई। वही क्षेत्र में स्थाई पट्टा वितरण में भी धांधली की शिकायत लोगों ने की है। मौजूदा अध्यक्ष केसरी इंगोले के साथ उनके पति सुंदर सिंह पर भी गंभीर आरोप इस दौरान लगाए गए हैं
इस दौरान यहां हालात इस कदर बिगड़ गए कि सीएमओ सुषमा तिवारी मौके पर पहुंची तो हालात देखकर वह वापस लौट गई। सीएसपी एस एस पैकरा मौके पर सदल बल पहुंचे और किसी तरह नागरिकों को शांत कराया। समस्याओं के निराकरण का आश्वासन मिलने के बाद नागरिक शांत हुए। वैसे नागरिक यहां चक्का जाम का इरादा जाहिर कर रहे थे लेकिन जब उन्हें निराकरण का आश्वासन दिया गया तो आश्वस्त होकर उन्होंने अपना इरादा टाल दिया
करीब 4 घंटे तक यहां हंगामा मचा रहा गुस्साए नागरिक नगर पंचायत अध्यक्ष केसरी इंगोले और उसके पति सुंदर सिंह के खिलाफ जमकर नारे लगाते रहे। उन्होंने केसरी इंगोले चोर है कहा तो पुलिस के लिए भी हाय हाय के नारे लगाए।
पुलिस और एसडीएम की कोशिशों से गेट का ताला खुला और बंधक बनाए गए अधिकारी और जनप्रतिनिधि मुक्त हुए ।लेकिन जिस तरह से नागरिकों का गुस्सा यहां फूटा है उससे इतना तो तय है कि अब अधिक दिनों तक यहां के नागरिकों को इस तरह छलना मुमकिन नहीं हो पाएगा। अगर जल्द ही समस्याओं का निराकरण नहीं हुआ तो फिर यहाँ जिला प्रशासन के लिए मुश्किल तो होगी ही वही नगर पंचायत में चुने गए जनप्रतिनिधियों के लिए भी यह आंदोलन खतरे की घंटी है ।